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राज्यसभा में व्हिप जारी करने की जिम्मेदारी जिस कांग्रेसी की थी उसी ने दिया इस्तीफा

भुवनेश्वर कलिता ने कहा, कश्मीर मुद्दे पर पार्टी ने मुझे व्हिप जारी करने को कहा. लेकिन सच्चाई तो ये है कि देश का मिजाज पूरी तरह से बदल चुका है और ये व्हिप देश की जनभावना के खिलाफ है

Updated on: 05 Aug 2019, 05:10 PM

नई दिल्ली:

कश्मीर पर मोदी सरकार के फैसले के बाद विरोधी पार्टियों में इस्तीफों का दौर भी शुरू हो गया है. पार्टी से इस्तीफा देने वालों में कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य भुवनेश्वर कलिता भी शामिल हैं. भुवनेश्वर कलिता वही शख्स हैं जिन्हें कांग्रेस ने कश्मीर मुद्दे पर व्हिप जारी करने के लिए कहा था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भुवनेश्वर कलिता ने कहा, कश्मीर मुद्दे पर पार्टी ने मुझे व्हिप जारी करने को कहा. लेकिन सच्चाई तो ये है कि देश का मिजाज पूरी तरह से बदल चुका है और ये व्हिप देश की जनभावना के खिलाफ है.

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खुद नेहरू भी कर चुके हैं विरोध

भुवनेश्वर कलिता ने आगे कहा, धारा 370 का तो खुद पंडित जवाहर लाल नेहरु भी विरोध कर चुके हैं.लेकिन कांग्रेस की आज की विचारधारा से लगता है कि कांग्रेस खुदकुशी कर रही है. उन्होंने कहा, मैं इसमें कांग्रेस के साथ भागीगदार नहीं बनना चाहता. इसलिए मैं इस पार्टी से इस्तीफा देता हूं. साथ में उन्होंने ये भी कहा कि अब कांग्रेस को तबाह होने से कोई नहीं बचा सकता.

बता दें, सोमवार को राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर में लागू धारा 370 और 35A को खत्म करने का प्रस्ताव पेश किया था जिसके बाद राज्यसभा में प्रस्ताव पास होने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इसे मंजूरी दे दी. इसका सीधा मतलब ये है कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35A को हटा दिया जाएगा. इसके साथ ही राज्यसभा में ये भी ऐलान किया गया है कि लद्दाख को जम्मू और कश्मीर से अलग किया जाएगा. मोदी सरकार के नए फैसलों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर को अब केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाएगा, जहां विधानसभा भी होगी. इसके अलावा लद्दाख को भी केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है, हालांकि यहां विधानसभा नहीं होगी.