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ममता बनर्जी ने अमित शाह के NRC के बयान पर किया पटलवार, बोलीं- बंगाल में नहीं चलेगी ये नीति

गृहमंत्री अमित शाह की ओर से मंगलवार को दिए गए भाषण के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल को लोगों को विभाजनकारी राजनीति से आगाह करते हुए कहा कि यह नीति राज्य में काम नहीं करेगी.

Updated on: 02 Oct 2019, 06:23 AM

नई दिल्ली:

गृहमंत्री अमित शाह की ओर से मंगलवार को दिए गए भाषण के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल को लोगों को विभाजनकारी राजनीति से आगाह करते हुए कहा कि यह नीति राज्य में काम नहीं करेगी. ममता का यह बयान अमित शाह के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कोलकाता में बीजेपी के एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि बंगाल के लोगों को एनआरसी के नाम पर बरगलाया जा रहा है.

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अमित शाह के कार्यक्रम के बाद दक्षिणी कोलकाता में एक पूजा कार्यक्रम के दौरान पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा, हमारे राज्य में सभी का स्वागत है और लोगों को सत्कार का आनंद उठाएं. लेकिन, कोई विभाजनकारी राजनीति का काम न करें. यह बंगाल में काम नहीं करेगी. उन्होंने आगे कहा- कृपया धार्मिक आधार पर विभाजनकारी राजनीति न करें. कृपया लोगों में दरार न पैदा करें. बंगाल सभी लोगों के सम्मान के लिए जाना जाता है. इसे खत्म नहीं किया जा सकता है.

बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कोलकाता (Kolkata) में एनआरसी (NRC) जागरूकता कार्यक्रम में जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि मैं पार्टी के हर कार्यकर्ता से अपील करता हूं कि वे हर बंगाली तक पहुंचें और उन्हें नागरिकता संशोधन विधेयक और NRC समझाएं. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इसे राज्य में लागू किया जाए, और सभी घुसपैठियों को उनके सही स्थान पर वापस भेज दिया जाए.

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उन्होंने आगे कहा, मैं ममता दी और टीएमसी सरकार से कहना चाहता हूं कि आप हमें जितना चाहें रोक सकते हैं, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व को न केवल भारत ने स्वीकार किया है, इसे दुनिया और बंगाल ने भी स्वीकार किया है. पीएम मोदी ने बंगाल के लोगों सहित भारत के हर गरीब को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा दिया है. लेकिन ममता दी आयुष्मान भारत को पश्चिम बंगाल के गरीब लोगों तक नहीं पहुंचने दे रही हैं.