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चिन्मयानंद कांड: पूछताछ के बाद स्वामी की घेराबंदी शुरू, आश्रम पर अतिरिक्त बल तैनात

शाहजहांपुर में कई दिन से डेरा डाले एसआईटी टीम के सदस्य आरोपी-गवाह और शिकायतकर्ताओं के अलावा बाकी हर किसी से दूरी बनाए हुए हैं

Updated on: 13 Sep 2019, 02:31 PM

नई दिल्ली:

यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद के इर्द-गिर्द (विशेष जांच दल)एसआईटी की घेराबंदी बढ़ती जा रही है. गुरुवार देर रात 2 बजे तक चिन्मयानंद और उनके कुछ विश्वासपात्रों से एसआईटी ने करीब 6-7 घंटे तक कड़ी पूछताछ की, पूछताछ शाहजहांपुर पुलिस लाइन परिसर में की गई. उत्तर प्रदेश पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, 'भले ही एसआईटी की निगरानी इलाहाबाद हाईकोर्ट की दो सदस्यीय विशेष पीठ कर रही हो, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए सूबे की सरकार और राज्य पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह करीब से नजर रखे हुए हैं.'

शाहजहांपुर में कई दिन से डेरा डाले एसआईटी टीम के सदस्य आरोपी-गवाह और शिकायतकर्ताओं के अलावा बाकी हर किसी से दूरी बनाए हुए हैं. वजह है कि एसआईटी पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की विशेष पीठ की नजरें लगी हुई हैं। जांच में क्या कुछ निकल कर सामने आ रहा है? जांच की दिशा क्या है? इसकी पल-पल की जानकारी पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह को एसआईटी दे रही है,ताकि एसआईटी जब रिपोर्ट के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट की दो सदस्यी पीठ के सामने पेश हो, तो राज्य सरकार और राज्य पुलिस की किरकिरी न हो.

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सूत्रों की माने तो उत्तर प्रदेश पुलिस और उसकी एसआईटी को एक डर यह भी सता रहा है कि अगर उसकी जांच में कहीं कोर-कसर बाकी रह गई तो, कोई बड़ी बात नहीं कि राज्य पुलिस की एसआईटी से छीनकर मामले की निगरानी कर रही हाईकोर्ट की विशेष पीठ जांच कहीं सीबीआई के हवाले न कर दे. बहरहाल इन तमाम तथ्यों के बीच में ही एसआईटी के इशारे पर स्वामी चिन्मयानंद के आश्रम की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आश्रम के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस के उच्च पदस्थ सूत्र तो यह भी बताते हैं कि, एसआईटी ने स्वामी चिन्मयानंद और उनके विश्वासपात्रों को कहीं बाहर न निकलने की हिदायत भी दे दी है.

इससे दो प्रबल संभावनाएं उभर कर सामने आ रही है कि, पहली कि चिन्मयानंद को एसआईटी कभी भी हिरासत में ले सकती है. दूसरी संभावना है कि इस पूरे प्रकरण में सामने आए या लाए गए चिन्मयानंद के मसाज वाले वीडियो को लेकर कहीं स्थानीय जनता के वो शिकार न हो जाए.

इससे पहले SIT ने बुधवार को कथित पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण (Medical Test) कराया था, वहीं चिन्मयानंद ने बातचीत में कहा कि Supreme Court के निर्देश पर गठित एसआईटी पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है और उन्हें उसपर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है और SIT की जांच के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा.

इस बीच, चिन्मयानंद का एक लड़की से मालिश कराने का एक Video Viral हुआ. पोस्ट किये गये वीडियो के detail में लिखा है कि मालिश कर रही लड़की ने वह वीडियो चश्मे में लगे कैमरे से बनाया गया है. चिन्मयानंद के वकील Om singh ने बताया कि वह वीडियो फर्जी है और उसे एडिट करके बनाया गया है. यह पूरा कुचक्र ब्लैकमेल कर धन ऐंठने के लिए रचा गया है.

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इसके पूर्व, एसआईटी की टीम ने मंगलवार को मामले की कथित पीड़िता के हॉस्टल के कमरे की करीब 8 घंटे तक छानबीन की और साक्ष्य जुटाए. इस दौरान कुछ आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई है.

जबकि छात्रा के पिता ने आरोप लगाया है कि कमरे से जो भी आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है वह किसी ने जानबूझकर रखी है, क्योंकि उसका कमरा यह मामला सामने आने के तीन दिन बाद सील किया गया था. उन्होंने आरोप लगाया है कि कमरे में रखा उनकी बेटी का पर्स, उसमें रखी चिप, गद्दा और चादर के अलावा वह चश्मा भी गायब है, जिसमें कैमरा लगा हुआ था.