logo-image

भ्रष्टाचार के खिलाफ CBI की बड़ी कार्रवाई 19 राज्यों के 110 ठिकानों पर छापेमारी जारी

सीबीआई ने इन सभी मामलों पर केस दर्ज किया यह पहला मौका नहीं है जब सीबीआई ने इस तरह से देश में अचानक से छापेमारी की हो.

Updated on: 09 Jul 2019, 06:52 PM

highlights

  • भ्रष्टाचार की CBI पर बड़ी कार्रवाई
  • देश के 19 राज्यों के 110 ठिकानों पर छापेमारी
  • भ्रष्टाचार, तस्करी और आपराधिक दुर्व्यहार जैसे मामले दर्ज

नई दिल्ली:

सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंन्वेस्टिगेशन (CBI) ने मंगलवार को देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मिलाकर कुल 110 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है. सीबीआई इस छापेमारी में हथियारों की तस्करी से जुड़े मामले, भ्रष्‍टाचार और आपराधिक दुर्व्यवहार समेत लगभग 30 अन्य मामले उजागर किए. सीबीआई ने इन सभी मामलों पर केस दर्ज किया यह पहला मौका नहीं है जब सीबीआई ने इस तरह से देश में अचानक से छापेमारी की हो. इसके कुछ दिनों पहले भी सीबीआई ने देश के कई राज्यों में अचानक से छापेमारी की थी.

देश की राजधानी दिल्ली, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई, चंडीगढ़, जम्मू एंड कश्मीर, जयपुर, गोवा, कानपुर, हैदराबाद, कोलकाता, ओडिशा के राउरकेला, झारखंड की राजधानी रांची और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत देश के कई शहरों में सीबीआई की छापेमारी जारी है. भ्रष्टाचार और आपराधिक मामलों में केंद्रीय जांच एजेंसी की ये सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है.

यह भी पढ़ें- सरकार ने आतंकवाद की तोड़ी कमर, घुसपैठ में 43 फीससदी से ज्यादा की कमी

इसके पहले बैंक फ्रॉड मामले में CBI ने की थी बड़ी कार्रवाई
मीडिया में आईं खबरों की मानें तो चुनाव के दौरान सरकार का मुख्य एजेंडा पंजाब नेशनल बैंक से फ्रॉड करके भागे नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पर कार्रवाई करने के लिए किया गया था इन दोनों ने मिलकर 13,000 करोड़ का बैंक फ्रॉड किया था जिस पर कार्रवाई करने के लिए सीबीआई ने कथित तौर पर बैंकों का कर्ज भुगतान करने में चूक करने वालों के खिलाफ 'विशेष अभियान' चलाया था इस अभियान में सीबीआई ने 18 शहरों में 61 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी.

यह भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने 'कर्नाटक संकट' के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया

आपको बता दें कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने 1,139 करोड़ रुपए के कर्ज को लेकर 17 मामले दर्ज करने के बाद यह कार्रवाई की है. विभिन्न राष्ट्रीयकृत बैंकों से मिली शिकायतों के आधार पर सीबीआई की विभिन्न इकाइयों के 300 से अधिक अधिकारियों ने ऋण भुगतान में चूक करने वालों के 61 ठिकानों पर छापेमारी की थी.