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हिंदू धर्म छोड़कर ये धर्म अपनाएंगी मायावती, बड़ी तादाद में समर्थक भी करेंगे धर्म परिवर्तन

मायावती ने कहा कि वे सही समय का इंतजार करेंगी और हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाएंगी.

Updated on: 15 Oct 2019, 05:09 PM

New Delhi:

बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने सोमवार को ऐलान किया कि वे बाबा भीमराव आंबेडकर की राह पर चलते हुए बौद्ध धर्म अपनाएंगी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए नागपुर में जनसभा को संबोधित कर रहीं मायावती ने यहां बड़ा ऐलान किया. बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि वे बौद्ध धर्म की अनुयायी बनने के लिए ठीक भीम राव आंबेडकर की तरह ही दीक्षा लेंगी. हालांकि मायावती ने ये भी साफ कर दिया कि वे इसके लिए सही समय का इंतजार करेंगी.

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उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा, "बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने अपने देहांत से कुछ वक्त पहले अपना धर्म परिवर्तन किया था. आप लोग मेरे धर्म परिवर्तन के बारे में भी सोचते होंगे. मैं भी बौद्ध धर्म की अनुयायी बनने के लिए दीक्षा अवश्य लूंगी लेकिन यह तब होगा जब इसका सही समय आ जाए. ऐसा तब होगा जब पूरे देश में बड़ी संख्या में लोग ऐसा धर्मांतरण करें. धर्मांतरण की यह प्रक्रिया भी तब संभव है जब बाबा साहब के अनुयायी राजनीतिक जीवन में भी उनके बताए रास्ते का अनुसरण करें."

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मायावती और उनकी पार्टी अभी हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा हिंदू राष्ट्र पर दिए गए बयान से पूरी तरह असहमत हैं. पार्टी का कहना है कि बाबा भीम राव ने धर्मनिरपेक्षता को ध्यान में रखते हुए ही देश के संविधान की संरचना की थी और सभी धर्म के लोगों का बराबर ख्याल रखा था. बताते चलें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दशहरा के दिन नागपुर में दिए गए अपने एक भाषण में कहा था कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है जहां मुस्लिम धर्म के लोग काफी खुश हैं.