logo-image

BJP Mission 2024:अमित शाह बोले-संगठन है तो सरकार है और संगठन सबसे बड़ा है

लोकसभा चुनाव में सिर्फ दो साल दूर हैं, भाजपा ने देश भर में 144 सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए अपने "प्रवास" अभियान की शुरुआत की है.

Updated on: 06 Sep 2022, 11:08 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव अभी दो साल बाद होगा. लेकिन भाजपा बहुत पहले से ही इसकी तैयारी शुरू कर दी है. लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर को  गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्रियों और 144 लोकसभा सीटों के प्रभारी के साथ बैठक की. ये सीटें बीजेपी को जीतना बाकी है, लेकिन 2024 चुनाव में बीजेपी उन सीटों को हर हाल में जीतनी चाहती है. पार्टी नेताओं की इस बैठक में शाह ने लोकसभा प्रभारियों को सबसे बड़ा बताया. एक सूत्र ने बताया, "शाह ने कहा 'संगठन है तो सरकार है और संगठन सबसे बड़ा है.'

शीर्ष नेताओं की बैठक मंगलवार को दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में 144 लोकसभा सीटों के प्रभारियों के साथ हुई, जिसे पार्टी 2019 में जीतने से चूक गई, 2024 के चुनावों में इसे जीतने का लक्ष्य रखा गया है. शाह ने कथित तौर पर सभा से कहा, “मोदी जी के नाम पर तो जीते हैं, हर सीट जीतेंगे, पर संगठन अगर जमीन पर मजबूर नहीं होता तो उसे नुकसान होता है. जमीन पर भुगतना होगा."

लोकसभा चुनाव में सिर्फ दो साल दूर हैं, भाजपा ने देश भर में 144 सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए अपने "प्रवास" अभियान की शुरुआत की है. नामित केंद्रीय मंत्रियों को इन निर्वाचन क्षेत्रों के एक समूह का प्रभार दिया गया है. इसका उद्देश्य संगठन को मजबूत करना और इन सीटों से चुनावी रूप से महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना है.

बैठक के दौरान शाह ने कहा कि बीजेपी ने  2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी जितने सीटों पर हारी था, 2019 के चुनावों में हारी हुई 30 फीसदी सीटों पर जीत दर्ज की थी, वहीं इस बार उसे इन 144 में से 50 फीसदी सीटें जीतनी चाहिए.

शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने उन शीर्ष मंत्रियों और नेताओं से समीक्षा की मांग की, जिन्हें 144 लोकसभा क्षेत्रों का प्रभार दिया गया था. बैठक के दौरान संतोष ने प्रेजेंटेशन भी दिया. हमें बताया गया है कि हम 300 से अधिक सीटें जीतेंगे. शाह ने कथित तौर पर बैठक में मौजूद लोगों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि इन 144 सीटों में से कम से कम 50 प्रतिशत भाजपा को मिले.

सूत्रों ने कहा कि चूंकि कुछ केंद्रीय मंत्रियों ने "प्रवास" (इन निर्वाचन क्षेत्रों के माध्यम से यात्रा) को समाप्त नहीं किया है, उन्हें अक्टूबर में शुरू होने की उम्मीद के दूसरे चरण की तैयारी की शुरुआत से पहले उन्हें पूरा करने के लिए कहा गया है. एक सूत्र ने कहा, 'चूंकि कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव भी हैं, उन पर भी फोकस होना चाहिए. अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी अगले चरण में कुछ और लोकसभा सीटों को जोड़ेगी, जो कम अंतर से जीती थीं.