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अमेठी में स्मृति Vs कौन? BJP candidate list 2024 के बाद अटकलें तेज

भारतीय जनता पार्टी ने आज अपने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें पार्टी आलाकमान ने चुन-चुन कर अपने सबसे मजबूत 195 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है.

Updated on: 03 Mar 2024, 06:56 AM

नई दिल्ली :

भारतीय जनता पार्टी ने आज अपने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें पार्टी आलाकमान ने चुन-चुन कर अपने सबसे मजबूत 195 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है. इसमें 34 केंद्रीय और राज्य मंत्रियों, दो पूर्व मुख्यमंत्रियों समते तमाम दिग्गजों के नाम शुमार है. इसी लिस्ट में स्मृति ईरानी का भी नाम है, जो लोकसभा चुनाव 2024 में अमेठी से चुनाव लड़ने जा रही हैं. बता दें कि पिछले आम चुनाव, यानी 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति अमेठी से सांसद राहुल गांधी को मात देकर क्षेत्र की सियासी कुर्सी पर काबिज हुई थीं, जिसके बाद अब लोगों के मन सवाल है कि, आखिर इसबार अमेठी में स्मृति बनाम कौन होगा? 

गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश की अमेठी की कुर्सी पर काबिज होने के बाद स्मृति ने क्षेत्र की जनता से वादा किया था कि, वह दिल्ली में बैठकर अमेठी की सांसद नहीं बनेंगी; बल्कि उनका निर्वाचन क्षेत्र में एक स्थायी पता होगा, जिसे पूरा करते हुए उन्होंने अभी कुछ दिन पहले ही अमेठी में अपने बंगले में गृह प्रवेश समारोह आयोजित किया था. 

राहुल गांधी अमेठी से लड़ेंगे चुनाव?

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस इस सीट से राहुल गांधी को मैदान में उतार सकती है या नहीं इसे लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ है. दरअसल पार्टी ने अबतक अमेठी और राहुल गांधी को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है. 

गौरतलब है कि, राहुल गांधी कुछ दिन पहले अपनी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान अमेठी में थे. उस समय, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि, अमेठी के लोग राहुल गांधी को चाहते हैं - यह संकेत देते हुए कि पार्टी इस सीट से राहुल गांधी को दोहरा सकती है. इसपर प्रतिक्रिया देते हुए स्मृति ईरानी ने बयान का स्वागत किया और राहुल गांधी को फिर से अमेठी से चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी.

स्मृति ने कहा था कि, "मैं राहुल को लोकसभा चुनाव में अकेले अमेठी से लड़ने की चुनौती देती हूं... उन्होंने कहा कि, अमेठी के पूर्व सांसद ने वायनाड में अमेठी के लोगों का अपमान किया. इससे अमेठी व्यथित है. राम लला के निमंत्रण को उन्होंने और उनके परिवार ने अस्वीकार कर दिया था."

गांधी परिवार और अमेठी का पुराना कनेक्शन

ज्ञात हो कि, कांग्रेस के साथ अमेठी का जुड़ाव बहुत पुराना है.. संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी सभी ने कभी न कभी इस सीट से चुनाव लड़ा था. संजय गांधी ने 1980 में अमेठी जीती और 1981 में उनकी मृत्यु के बाद, राजीव गांधी को 1981 में अमेठी से मैदान में उतारा गया. उनकी हत्या तक उन्हें 1984, 1989 और 1991 में फिर से चुना गया. सोनिया गांधी ने 1999 में इस सीट से चुनाव लड़ा और राहुल गांधी ने 2004 में अमेठी से जीत के साथ अपनी चुनावी शुरुआत की और 2019 तक अमेठी के सांसद बने रहे.