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CBI VS CBI : सीबीआई श्री श्री रविशंकर की शरण में, 150 अधिकारी Art Of Living की क्लास में हुए शामिल

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी इन दिनों विवादों में. सीबीआई बनाम सीबीआई की लड़ाई अदालत तक पहुंच गई है. मानसिक शांति और सकारात्मक सोच के लिए अब सीबीआई के अधिकारी श्री-श्री रविशंकर की शरण में पहुंच गए हैं.

Updated on: 10 Nov 2018, 12:09 PM

नई दिल्ली:

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी इन दिनों विवादों में. सीबीआई बनाम सीबीआई की लड़ाई अदालत तक पहुंच गई है. जिसके बाद मानसिक शांति और सकारात्मक सोच के लिए अब सीबीआई के अधिकारी श्री-श्री रविशंकर की शरण में पहुंच गए हैं. दरअसल, सीबीआई के मुख्यालय में श्री श्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग के जरिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया है. 10 नवंबर यानी आज से शुरू हुए आर्ट ऑफ लिविंग की यह वर्कशॉप 3 दिन तक चलेगी. इस वर्कशॉप में सीबीआई के करीब 150 से ज्यादा अधिकारी शामिल हो रहे हैं.

बताया जा रहा है कि सीबीआई में सकारात्मकता को बढ़ाने के लिए इस वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है.

इससे पहले शुक्रवार (10 नवंबर) को सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त केवी चौधरी की अगुवाई में बनी समिति के समक्ष एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और खुद का बचाव किया. जांच समिति में चौधरी के अलावा सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश ए. के. पटनायक और सतर्कता आयुक्त तेजेंद्र मोहन भसीन और शरद कुमार शामिल हैं. जानकार सूत्रों ने बताया कि समित के समक्ष एक घंटे तक चली जिरह में वर्मा ने खुद के ऊपर अस्थाना द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार किया.

और पढ़ें : CBI विवाद : आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना ने CVC के समक्ष एक-दूसरे पर लगाए आरोप

बता दें कि सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा के खिलाफ सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना ने शिकायत दर्ज कराई थी. दरअसल, सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा ने हैदराबाद के व्यापारी सतीश सना से 3 करोड़ रुपए की कथित रिश्वत लेने के आरोप में सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. इसके बाद राकेश अस्थाना ने सीबीआई निदेशक पर ही इस मामले में आरोपी को बचाने के लिए 2 करोड़ रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगाया था. दोनों अफसरों के बीच की ये लड़ाई सार्वजनिक हो गई तो केंद्र सरकार ने इसमें दखल दिया और उन्हें छुट्टी पर भेज दिया. इसके साथ ही कई अफसरों का ट्रांसफर भी कर दिया गया है.