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स्वाइन फ्लू से अबतक देश भर में 250 लोगों की मौत, सबसे ज्यादा ये राज्य प्रभावित

देश के कई राज्यों में स्वाइन फ्लू कहर बरपा रही है. इस साल अबतक 250 लोगों की जान स्वाइन फ्लू ले चुका है. H1N1 वायरस से राजस्थान सबसे पीड़ित है.

Updated on: 08 Feb 2019, 11:32 PM

नई दिल्ली:

देश के कई राज्यों में स्वाइन फ्लू(Swine flu) कहर बरपा रही है. इस साल अबतक 250 लोगों की जान स्वाइन फ्लू(Swine flu) ले चुका है. H1N1 वायरस से राजस्थान (Rajasthan) सबसे पीड़ित है. यहां मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 1 जनवरी से 8 फरवरी 2019 के बीच राजस्थान (Rajasthan) में 100 से अधिक लोगों का जीवन खत्म हो चुका है. कोटा, जोधपुर, हनुमानगढ़ और दौसा में हाल में मौतें हुई हैं. जबकि इस राज्य से 2,700 से अधिक पॉजिटिव मामले सामने आए हैं.

राजस्थान (Rajasthan) के अलावा गुजरात, पंजाब, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, दिल्ली समेत कई राज्यों से स्वाइन फ्लू(Swine flu) के मामले सामने आ रहे हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, स्वाइन फ्लू(Swine flu) ने भारत में पिछले 4 दिनों में 30 से अधिक मौतों के साथ 250 से अधिक लोगों की जान ले ली है. पंजाब में 30 मौतें और 301 पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि मध्य प्रदेश में स्वाइन फ्लू(Swine flu) से 16 मौतें और 81 मामले दर्ज किए गए हैं.

महाराष्ट्र में अबतक 13 मौतें और 197 स्वाइन फ्लू(Swine flu) के मामले दर्ज किए गए हैं. हरियाणा और तेलंगाना में स्वाइन फ्लू(Swine flu) के 589 मामले दर्ज किए गए और दोनों में बीमारी के कारण दो मौतें हुईं. राष्ट्रीय राजधानी में अब तक स्वाइन फ्लू(Swine flu) और 1,409 पॉजिटिव मामलें सामने आए हैं और 6 लोगों की मौत हुई है.

देश भर में H1N1 संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रभावित राज्यों से कहा है कि वे इस बीमारी का जल्द पता लगाने के लिए अपनी निगरानी बढ़ाएं. इसके साथ ही अस्पतालों में बेड को सुरक्षित रखे, जिसमें वेंटिलेटर की सुविधा हो.

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स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को जन जागरूकता बढ़ाने के लिए जिला कलेक्टरों को शामिल करने की सलाह दे.

इसके साथ ही ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की ओर से इंफ्लूएंजा टीकाकरण और दिशा निर्देश सभी राज्यों के साथ साझा किया गया है. निवारक उपायों के लिए संचार सामग्री भी साझा की गई है. स्थिति पर नजर रखने के लिए नियमित रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित की जा रही हैं.