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अमेठी पहुंची स्मृति ईरानी ने राहुल पर बोला हमला, कहा हम करते हैं काम राहुल देखते हैं ताजपोशी का ख्वाब

चुनावी साल में राजनीतिक बिसात बिछनी शुरू हो गई है. कांग्रेस के दबदबे वाले अमेठी लोकसभा सीट पर एक बार फिर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ ताल ठोंक सकती है

Updated on: 04 Jan 2019, 05:04 PM

नई दिल्ली:

चुनावी साल में राजनीतिक बिसात बिछनी शुरू हो गई है. कांग्रेस के दबदबे वाले अमेठी लोकसभा सीट पर एक बार फिर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ ताल ठोंक सकती है. इसी तैयारी के तहत आज स्मृति ईरानी ने अमेठी का दौरा किया और गौरीगंज इलाके में सिटी स्केन मशीन का शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम के बाद स्मृति ईरानी पत्रकारों से बातचीत करते हुए राहुल गांधी पर जमकर बरसीं. राहुल के अमेठी आने को लेकर सवाल पर कहा कि उन्हें दो दिनों के दौरे पर आना था अब तक नहीं आए, आप लोग ही अंधेरे में ऐसे में आप लोगों को ही फैसला लेना होगा.

स्मृति ईरानी ने कहा, राहुल गांधी के लिए धर्म तब एजेंडा बनता है जब उनके सर पर चुनाव हावी होता है. राहुल गांधी अगर करप्शन की बात करते हैं तो पहले ये तो बता दें क्रिश्चियन मिशेल किस इटेलियन लेडी और बेटे आर का नाम ले रहे हैं? सबसे पहले उसका जवाब दे दें फिर आगे की बात होगी.

राफेल के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस विषय पर बोल चुकी है, देश की संसद में भारतीय जनता पार्टी अपना पक्ष रख चुकी है तब भी
राहुल गांधी को अगर सत्य रास न आए और वो झूठ के सामनें अपनी राजनीति करना चाहे तो उसमें आप क्या कर सकते हैं? उनके लिए विषय इतना गंभीर नहीं, अगर होता तो हमारे देश की स्पीकर पर इस तरह से कागज फाड़-फाड़ कर कांग्रेस के नेता न उड़ाते.

राहुल के दौरे पर कटाक्ष करते हुए ईरानी ने कहा कहा 2014 में हमने अमेठी की जनता को आश्वस्त किया था वो राहुल गांधी जो ईद का चांद हैं अमेठी के लिए, वो राहुल
गांधी जो पांच साल में एक बार अमेठी आते हैं, उस अमेठी में 2014 में हमने जनता के सामने प्रतिज्ञा ली थी कि बार-बार राहुल गांधी के दर्शन कराएंगे. मुझे खुशी है इस बात की कि 2019 के आगाज़ में राहुल गांधी अमेठी की जनता को दर्शन देने पर विवश हुए हैं. लेकिन फर्क देखिए बीजेपी के कार्यकर्ता जब अमेठी में जमीन पर उतरते हैं तो विकास के सिटी स्केन जैसे सेंटर का उदघाटन भी करते हैं और काम भी करते हैं. लेकिन जब राहुल गांधी आते हैं तो अपनी ताज पोशी का ख्वाब लेकर आते हैं.