logo-image

करारी हार के बाद संभलने लगी सपा, नियमों में कई बदलाव, ड्रेस कोड लागू

उत्तरप्रदेश में विधानसभा में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी अब एक नई दिशा की ओर है। बदलावों के जरिए पार्टी नेता छवि को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं।

Updated on: 17 Apr 2017, 02:12 PM

नई दिल्ली:

उत्तरप्रदेश में विधानसभा में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी अब एक नई दिशा की ओर है। बदलावों के जरिए पार्टी नेता छवि को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं। अखिलेश के नेतृत्व में पार्टी के संविधान में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इतना ही नहीं अब इनके कार्यक्रमों में मुलायम सिंह यादव की फोटो भी गायब हो चुकी है वहीं पार्टी में ड्रेस कोड भी लागू हुआ है।

इन बदलावों को 2014 लोकसभा चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनावों में हार के बाद पार्टी का कलेवर पूरी तरह से बदलकर जनता के बीच एक तंदरुस्त छवि बनाने की योजना बताया जा रहा है। नए सिरे से पार्टी में सदस्यता अभियान शुरू किया गया है जिसके तहत इसमें ऑनलाइन सदस्यों का रजिस्ट्रीकरण होगा।

पार्टी के संविधान में भी संशोधन कर सदस्यों की सदस्यता 3 साल की जगह 5 साल कर दी गई है। पार्टी इन्हीं सदस्यों के सहारे 2019 एवं 2022 के चुनाव लड़ना चाहती है। इस कार्य में वह बार-बार समय बर्बाद नहीं करना चाहती।

और पढ़ें: योगी बोले, द्रौपदी के चीरहरण की तरह ट्रिपल तलाक पर चुप रहने वाले अपराधी समान

इसके अलावा पार्टी ने सभी सदस्यों को खादी व हैंडलूम के ही कपड़े पहनने की हिदायत दी है। युवा संगठन के कार्यकर्ताओं को सफेद शर्ट पैंट पहनने के लिए कहा गया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने स्वयं ही यह ड्रेस कोड का निर्धारण करते हुए कार्यकर्ताओं को इसे अपनाने की हिदायत दी है।

बदलाव को लेकर सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि परिवर्तन तो कुदरत का नियम है। उन्होंने कहा कि पार्टी के संविधान में संशोधन कर सदस्यता को पांच साल के लिए कर दिया गया है। यही सदस्य सक्रिय सदस्य का चयन करेंगे। उन्होंने कहा कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव हमारे आदर्श हैं, उनका अपमान कहीं नहीं किया जा रहा है। रही बात खादी पहनने की तो वह शालीनता का परिचायक है।

और पढ़ें: शशिकला के भतीजे दिनाकरन के खिलाफ FIR, पार्टी सिंबल के लिए रिश्वत देने का आरोप