प्रणब मुख़र्जी आदरणीय व्यक्ति, संघ सिर्फ हिंदुओं के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए करता काम: भागवत
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के तृतीया वर्ष शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे।
नई दिल्ली:
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के तृतीया वर्ष शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे। राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार को 'भारत माता का एक महान सपूत' बताया।
आरएसएस के मुख्यालय में गर्मजोशी से स्वागत के बाद, मुखर्जी को हेडगेवार स्मारक परिसर दिखाया गया। आरएसएस प्रमुख मोहन भगवत ने पहले लोगो को संबोधित किया।
आरएसएस प्रमुख ने पूर्व राष्ट्रपति को अपना समय देने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया।
मोहन भागवत ने अपने भाषण के दौरान कहा, 'विचारों का आदान-प्रदान करने की भारत की पुरानी परम्परा है। सतत संवाद भारत की जीवन शैली है। संघ और प्रणव दा एक दूसरे की विचारों को स्पष्ट जानते हैं, फिर भी संघ ने निमंत्रण दिया और प्रणब दा ने स्वीकार किया। यही भारतीय परम्परा है।'
विचारों का आदान-प्रदान करने की भारत की पुरानी परम्परा है. सतत संवाद भारत की जीवन शैली है. संघ और प्रणव दा एक दूसरे की विचारों को स्पष्ट जानते हैं, फिर भी संघ ने निमंत्रण दिया और प्रणब दा ने स्वीकार किया. यही भारतीय परम्परा है. #RSSTritiyaVarsh
— RSS (@RSSorg) June 7, 2018
प्रणव मुख़र्जी के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर हो रही चर्चाओं पर मोहन भागवत ने कहा कि उन्हें यहां कैसे बुलाया इसकी चर्चा बेकार है।
Dr Pranab Mukherjee ko humne sehej roop se amantran diya aur unhone humara sneh pehchan kar unhone sahmiti di. Unko kaise bulaya aur woh kaise ja rahe hain yeh charcha nirarthak hai: RSS Chief Mohan Bhagwat pic.twitter.com/5pkT4bmyvX
— ANI (@ANI) June 7, 2018
भागवत ने कहा, संघ केवल हिंदुओं के लिए नहीं पूरे देश के लिए काम करता है। संघ लोकतांत्रिक व्यवस्था में यकीन करती'
उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा, 'भारत में रहने वाला हर शख्स अपना है हुए इसमें कोई विवाद नहीं है। देश में कोई दुश्मन नहीं है सबकी भारत माता है। हम सभी को देश कि सेवा करनी होगी।
आगे उन्होंने कहा कि आरएसएस लोकतान्त्रिक विकहरों वाला संगठन है।
बता दें कि राष्ट्रपति बनने से पहले दशकों तक कांग्रेस पार्टी में रहे मुखर्जी गुरुवार को नागपुर में आरएसएस के एक कार्यक्रम में शामिल होने आए हैं। वह यहां तीन वर्ष के प्रशिक्षण कार्यक्रम 'तृतीय वर्ष वर्ग' के समापन समारोह में आरएसएस कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
उनके इस दौरे की उनकी पार्टी के कई नेताओं समेत कई अन्य लोगों ने आलोचना की है।
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी