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विदेश में राहुल, भारत में बीजेपी-कांग्रेस के बीच महाभारत

बीजेपी) ने राहुल के आरोपों का जवाब देने के लिए उनके खिलाफ चुनाव लड़ चुकीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को मैदान में उताड़ा। ईरानी ने कहा पीएम पर तंज कसना राहुल गांधी की पुरानी आदत है।

Updated on: 12 Sep 2017, 09:24 PM

highlights

  • कश्मीर में आतंकवाद, नोटबंदी और सांप्रदायिकता के बहाने राहुल गांधी का पीएम मोदी पर हमला
  • स्मृति ईरानी ने कहा, पीएम पर तंज कसना राहुल गांधी की पुरानी आदत, यह उनकी 'नाकाम रणनीति' है

नई दिल्ली:

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अमेरिका के कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए कश्मीर, नोटबंदी, सांप्रदायिकता को लेकर बीजेपी की नेतृत्व वाली मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। वहीं वंशवाद का बचाव किया।

राहुल के बयान के बाद भारत में कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग शुरू हो चुकी है।।

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राहुल के आरोपों का जवाब देने के लिए उनके खिलाफ चुनाव लड़ चुकीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को मैदान में उताड़ा। ईरानी ने कहा पीएम पर तंज कसना राहुल गांधी की पुरानी आदत है। यह उनकी 'नाकाम रणनीति' है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस घमंडी हो गई और कांग्रेस चुनाव हार गई ऐसा कहकर राहुल गांधी ने खुद सोनिया गांधी के नेतृत्व पर ही सवाल उठाएं है। स्मृति ने कहा, 'देश सुन नहीं रहा है, इसलिए वह विदेश में जाकर बोल रहे हैं।'

ईरानी ने कहा, 'देश के नागरिकों का समर्थन प्राप्त ना होने के बाद राहुल गांधी अब अंतर्राष्‍ट्रीय स्तर पर अपनी राजनीतिक पीड़ा व्यक्त कर रहें है।'

स्मृति इरानी ने कहा कि वंशवाद पर राहुल गांधी ने जो कुछ कहा है वह देश के लोगों का अपमान है। उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी जी ने जब विदेश में कहा कि हिंदुस्तान तो ऐसा ही है। यहां विरासत ही सबकुछ है। यह उनका अपमान है जो अपने भरोसे कुछ करके दिखाते हैं। प्रधानमंत्री स्वयं एक एक गरीब परिवार में जन्मे हैं।'

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जिसके बाद राहुल के बचाव में उतरी कांग्रेस ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशी धरती पर भारत का अपमान किया है।

कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को कहा, 'हम सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी के इन बयानों से अचंभित है। यह आलोचनाएं न्यायोचित नहीं है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा उठाए गए मुद्दे और बयानों से उनके द्वारा इतिहास की अवहेलना करना और प्रधानमंत्री से माफी मांगने की उनकी बेचैनी का पता चलता है।'

वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) में परिवारवाद है। सिंह ने ट्वीट में कहा, 'वर्तमान संघ प्रमुख मोहन भागवत गुजरात के पूर्व प्रचार प्रमुख मधुकर राव भागवत के बेटे हैं। इसी तरह वर्तमान प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य भी संघ के वरिष्ठ नेता एम.जी. वैद्य के पुत्र हैं।'

कांग्रेस महासचिव ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'अन्य क्षेत्रों की तरह राजनीति में भी परिवारवाद है, मसला यह है कि वे लोग योग्य हैं या नहीं, यह जनता तय करे।'

परिवारवाद
दरअसल राहुल गांधी ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में 'इंडिया एट 70 : रिफ्लेक्शन्स ऑन द पाथ फॉरवर्ड' विषय पर छात्रों को संबोधित करते हुए वंशवाद का बचाव किया था।

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राहुल ने कहा था, 'राजवंश की राजनीति की समस्या सभी राजनीतिक दलों में है। अखिलेश (समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव के बेटे), स्टालिन (डीएमके के एम. करुणानिधि के बेटे), अभिषेक बच्चन (बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के बेटे) - ये सभी राजवंश की परंपरा के उदाहरण हैं। पूरा देश ऐसे ही चल रहा है।'

राहुल ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर केवल उन पर ही सवाल न खड़े किए जाएं।

राहुल ने बताया क्यों हार रही है कांग्रेस?
राहुल गांधी ने कहा, 'साल 2012 के आस-पास कांग्रेस पार्टी में अहंकार आ गया था। हमने लोगों से संवाद करना बंद कर दिया था। इसका खामियाजा हमें साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ा।'

प्रधानमंत्री पद
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवारी पर कहा, 'हां मैं तैयार हूं, पार्टी में यह तय करने के लिए एक प्रक्रिया है जो कि जारी है। पार्टी मिलकर इसपर फैसला लेगी।'

नोटबंदी
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, 'सरकार की नोटबंदी और जल्दबाजी में लागू की गई जीएसटी जैसी आर्थिक नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था को भारी क्षति पहुंची है।'

राहुल ने कहा कि सरकार के नोटबंदी के कदम के कारण सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में दो प्रतिशत की गिरावट आई है।

उन्होंने कहा, 'नोटबंदी जैसा फैसला मुख्य आर्थिक सलाहकार, मंत्रिमंडल और यहां तक कि संसद की राय के बिना लिया गया और इसके कारण भारी क्षति पहुंची है।'

कश्मीर
राहुल ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की समस्या के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, 'जब हमारी सरकार सत्ता में आई थी, तब कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था और जब 2013 में हमारा शासन समाप्त हुआ, तब तक हमने आतंकवाद की कमर तोड़ दी थी। तब मैने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को गले लगाते हुए कहा था कि यह एक बड़ी उपलब्धि है।'

राहुल ने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद कश्मीर में आतंकवाद और हिंसा बढ़ गई है।

हिंसा
राहुल ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर भीड़ द्वारा हिंसा और गोरक्षा के नाम पर की जाने वाली हिंसा को लेकर भी निशाना साधा।

राहुल ने कहा, 'घृणा, क्रोध और हिंसा हमें बर्बाद कर सकते हैं। ध्रुवीकरण की राजनीति खतरनाक है।' उन्होंने कन्नड़ पत्रकार और कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या की ओर इशारा करते हुए कहा कि निर्भीक पत्रकारों की हत्या की जा रही है।

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राहुल ने आगे कहा अगर मैं हिंसा को नहीं समझूंगा तो कौन समझेगा? मैंने अपने पिता और दादी को हिंसा में ही खोया है।

सिख दंगा
एक प्रश्नोत्तर सत्र में पार्टी द्वारा 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के मामले में जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार जैसे नेताओं को कांग्रेस द्वारा बचाने को लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल ने कहा, 'किसी के भी खिलाफ हिंसा गलत है और मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं सिख समुदाय से प्रेम करता हूं। अगर किसी भी प्रकार से मैं उन्हें न्याय दिलाने में मदद कर सकता हूं तो मैं यह जरूर करना चाहूंगा।'