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Pulwama Attack : पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा- अगर जंग के हालात बने तो हम भी पीछे नहीं हटेंगे

भारतीय समयानुसार दोपहर के डेढ़ बजे वह रेडियो पाकिस्‍तान से अपना संबोधन देंगे.

Updated on: 19 Feb 2019, 03:32 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पहली बार पुलवामा हमले के बारे में बोलने जा रहे हैं. भारतीय समयानुसार दोपहर के डेढ़ बजे वह रेडियो पाकिस्‍तान से अपना संबोधन देंगे. उनका संबोधन महत्‍वपूर्ण है, क्‍योंकि पुलवामा हमले के बाद से उनका अब तक बयान नहीं आया है. पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा- अगर जंग के हालात पैदा किए गए तो पाकिस्‍तान भी चुप नहीं बैठेगा. इमरान ख्नान ने अपने देश में आतंकवाद को लेकर कहा- नए पाकिस्‍तान में दहशतगर्दी को कोई जगह नहीं है.

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पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा- भारत को ध्‍यान रखना चाहिए कि जंग शुरू करना इंसान के हाथ में होती है, लेकिन जंग खत्‍म करना इंसान के वश में नहीं होता. इमरान खान बोले- बिना किसी सबूत के पाकिस्‍तान पर आरोप लगाना गलत है, पाकिस्‍तान को सबसे अधिक दहशतगर्दी से नुकसान हुआ है, 70 हजार पाकिस्‍तानी आतंकवाद के शिकार हुए हैं.

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा, पाकिस्‍तान का पुलवामा की घटना में कोई हाथ नहीं है. आखिर इससे हमें क्‍या फायदा मिलने वाला है. हर बार कश्‍मीर में किसी तरह की गुस्‍ताखियों को पाकिस्‍तान के मत्‍थे मढ़ देना गलत है. पाकिस्‍तान पर गलत इल्‍जाम लगाया जा रहा है. हम स्‍थिरता चाहते हैं. हम किसी तरह की जांच में शामिल होने को तैयार हैं, अगर आप सबूत देते हैं तो मैं विश्‍वास दिलाता हूं कि जरूर कार्रवाई करेंगे.

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पुलवामा हमले के बाद पाकिस्‍तान में घबराहट का माहौल है. डर के मारे पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्‍त राष्‍ट्र के महासचिव को एक चिट्ठी लिखी है. शाह महमूद कुरैशी ने अपनी चिट्ठी में कहा है, मैं आपका ध्‍यान भारत पाकिस्‍तान सीमा पर सुरक्षा की बिगड़ती स्‍थिति की ओर दिलाना चाहता हूं. कुरैशी ने चिट्ठी में यह भी लिखा है कि भारत की ओर से जिस तरह की भाषा का इस्‍तेमाल किया जा रहा है, उससे क्षेत्र में अस्‍थिरता का खतरा पैदा हो गया है और संयुक्‍त राष्‍ट्र को इसमें तत्‍काल दखल देना चाहिए.