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दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत के मौसम का बदला मिजाज, यहां हो सकती है बारिश

40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं के साथ बुधवार सुबह हुई तेज हुई बारिश ने दिल्ली-एनसीआर के मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलकर रख दिया.

Updated on: 16 May 2019, 08:20 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत पूरे उत्तर भारत के मौसम का मिजाज बदल गया है. 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं के साथ बुधवार सुबह हुई तेज हुई बारिश ने दिल्ली-एनसीआर के मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलकर रख दिया. वहीं, भारतीय मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) ने बृहस्पतिवार को भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और एनसीआर में बारिश होने की संभावना जताई है. बृहस्पतिवार सुबह चल रही ठंडी हवाओं ने लोगों को काफी राहत प्रदान की है. मौसम विभाग के मुताबिक, बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस, जबकि अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. हल्की हवाएं चलेंगी और दिन भर आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है जो चढ़ते पारे और चिलचिलाती धूप से लोगों को राहत दिलाएंगे.

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बुधवार को सुबह के समय हुआ मौसमी बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के असर से था. बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भी पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ऐसा ही मौसम बना रहेगा. दिल्ली एनसीआर के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा भी चल सकती है. इस बीच अधिकतम तापमान 35से 36 डिग्री रह सकता है. हल्की बूंदाबांदी के बीच तापमान कम ही रहेगा. शनिवार से तापमान फिर बढऩा शुरू हो जाएगा.

एयर क्वालिटी में हुआ सुधार

बुधवार सुबह हुई बारिश के चलते राजधानी दिल्ली व गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, बल्लभगढ़, सोहना, सोनीपत रेवाड़ी, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर में भी प्रदूषण में कमी देखने को मिल रही है और वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला है. बुधवार को न्यूनतम तापमान 24.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री सेल्सियस कम है. आर्द्रता सुबह 8.30 बजे 82 प्रतिशत दर्ज की गई थी. पालम और लोधी रोड वेधशालाओं ने क्रमशः 1.8 और 1.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी.

वहीं, जानकारी सामने आई है कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून सीज़न में औसत की 93 फीसद बारिश होने की उम्मीद है जो कि औसत से कम है. स्काईमेट ने बुधवार को यह दावा किया है. वहीं, मौसम विभाग ने भी माना है कि इस साल मानसून कुछ दिनों की देरी से केरल पहुंचेगा.