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सीमा पर दुश्मनों की खैर नहीं, DRDO ने एटीजीएम मिसाइल का किया सफल परीक्षण

दुश्मनों को धूल चटाने के लिए भारत अपनी ताकत को बढ़ाने में जुट गया है. भारत ने मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एमपी-एटीजीएम) का सफल परीक्षण किया.

Updated on: 14 Mar 2019, 08:00 PM

नई दिल्ली:

दुश्मनों को धुल चटाने के लिए भारत अपनी ताकत को बढ़ाने में जुट गया है. भारत ने मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एमपी-एटीजीएम) का सफल परीक्षण किया. डीआरडीओ ने राजस्थान के रेगिस्तान में कल रात 2-3 किलोमीटर स्ट्राइक रेंज के साथ मिसाइल का टेस्ट किया. एमपी-एटीजी मिसाइलतीन किलोमीटर तक दुशमन के निशाने को भेदने में सक्षम है. इसकी खासियत यह है कि इसे किसिस भी जगह फिट करके दागा जा सकता है. इस मिसाइल से सेना को मदद के साथ-साथ और मजबूती मिलेगी. आसानी से ले जा सकने वाले इस मिसाइल से दुश्मन के टैंक को आसानी से निशाना बनाकर ध्वस्त किया जा सकता है. इस मिसाइल की खास बात यह है कि इसे कंधे पर रखकर भी चलाया जा सकता है. दुर्गम इलाकों में भी दुश्मनों के टैंक को ध्वस्त करने के लिए सेना को बड़ी मदद मिलेगी. इस मिसाइल को टैंक और हेलिकॉप्टर या लड़ाकू विमान से भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

इससे पहले रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन(डीआरडीओ) ने मंगलवार को राजस्थान के पोखरण रेंज से तीसरी बार मल्टी बैरल रॉकेट प्रणाली पिनाक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. इससे पहले दो परीक्षण सोमवार को किए गए थे. हथियार प्रणाली को टैट्रा ट्रक पर लगाया गया था और यह उन्नत नौवहन और नियंत्रण प्रणाली के साथ अत्याधुनिक मार्गदर्शन किट से लैस था.

सोमवार को हुए परीक्षण में हथियार ने दक्षता के साथ अपने लक्ष्य को भेदा था. प्रणाली का अधिकतम रेंज मार्क-1 के लिए 40 किलोमीटर और मार्क-2 के लिए 75 किलोमीटर है. इसके साथ ही यह 44 सेकेंड में 12 रॉकेट दाग सकता है.