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अफगानिस्तान के मस्जिद में धमाका, भारत में भी धर्मस्थलों को निशाना बना चुके हैं आतंकी

अफगानिस्तान के पकतिया प्रांत के पास शुक्रवार को बम धमाका हुआ, जिसमें 35 लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हो गए।

Updated on: 03 Aug 2018, 10:51 PM

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान के पकतिया प्रांत के पास शुक्रवार को बम धमाका हुआ, जिसमें 35 लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हो गए। यह पहला वाक्या नहीं है, जब कोई धर्मस्थल धमाकों की गूंज से दहला हो। इसके पहले भारत में भी कई धर्मस्थलों को आतंकवादी निशाना बना चुके हैं। इन हमलों में कई बेकसूर लोगों ने अपनी जान गंवाई। कोई अपने माता-पिता से बिछड़ गया तो किसी ने आंखों के सामने बच्चे को घुट-घुट कर मरते देखा।

आइये जानते हैं, भारत के उन बड़े धमाकों के बारे में, जिन्होंने देश को दहला कर रख दिया था...

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अक्षरधाम मंदिर (गुजरात)
अक्षरधाम मंदिर (गुजरात)

24 सितंबर 2002 में गुजरात के गांधीनगर में अक्षरधाम मंदिर पर हमला किया गया था। इस हमले में 33 लोग मारे गए थे। चरमपंथी मंदिर के अंदर घुस गए थे। उन्होंने लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं।

संकट मोचन मंदिर (वाराणसी)
संकट मोचन मंदिर (वाराणसी)

7 मार्च 2006 को काशी के संकट मोचन मंदिर और कैंट स्टेशन पर दो बड़े धमाके हुए थे। इस आतंकी हमले में मंदिर में सात और स्टेशन पर 11 लोगों की जान चली गई थी। वहीं, दोनों जगहों पर करीब 70 लोग घायल हो गए थे।

अजमेर दरगाह धमाका
अजमेर दरगाह धमाका

11 अक्टूबर 2007 को आतंकवादियों ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के पास जोरदार बम धमाके को अंजाम दिया था। इस धमाके में 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए थे। ब्लास्ट के लिए दरगाह में दो रिमोट बम प्लांट किए गए थे, लेकिन एक ही फटा, जिससे भारी जनहानि नहीं हुई।

महाबोधि मंदिर (बिहार)
महाबोधि मंदिर (बिहार)

बिहार में बोध गया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर में 7 जुलाई 2013 को सिलसिलेवार 9 बम धमाके हुए थे। इस हमले में 5 लोग घायल हो गए थे।

रघुनाथ मंदिर (जम्मू-कश्मीर)
रघुनाथ मंदिर (जम्मू-कश्मीर)

जम्मू-कश्मीर के ऐतिहासिक रघुनाथ मंदिर पर साल 2002 के मार्च और नवबंर में फिदायीन हमला हुआ था। इस हमले में लगभग दो दर्जन लोग मारे गए थे, जबकि घायलों की संख्या सैकड़ों में थी।