logo-image

GST काउंसिल की बैठक में सैनिट्री नैपकिन को किया गया टैक्स फ्री, 35 उत्पाद होंगे सस्ते

जीएसटी काउंसिल की 28वीं बैठक पीयूष गोयल की अध्यक्षता में हुई।

Updated on: 21 Jul 2018, 11:21 PM

नई दिल्ली:

जीएसटी काउंसिल की 28वीं बैठक पीयूष गोयल की अध्यक्षता आज यानी शनिवार को हुई। सैनिट्री नैपकिन को जीएसटी फ्री करने समेत कई सामानों पर जीएसटी घटाने का फैसला लिया गया। सैनिट्री नैपकिन पर पहले 12 प्रतिशत जीएसटी जिसे अब ज़ीरो प्रतिशत कर दिया गया है। 

और पढ़ें : चंदन मित्रा TMC में शामिल, 15 अगस्त से ममता करेगी 'बीजेपी हटाओ देश बचाओ' की शुरुआत

दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा,' सैनिट्री नैपकिन को अन्य उत्पाद के साथ जीएसटी फ्री कर दिया गया है।'

इसके अलावा 28 प्रतिशत वाले प्रोडक्ट्स से भी जीएसटी घटाया गया है। 35 से ज्यादा उत्पादों पर जीएसटी रेट इस बैठक में आपसी सहमति से कम किया गया।
रिपोर्ट की मानें तो बैठक के दौरान शुगरसेंस पर सिर्फ रिपोर्ट सौंपी गई, लेकिन इसपर कोई फैसला नहीं लिया गया।

कार्यकारी वित्त मंत्री पीयूष गोयल के मुताबिक पत्थर, संगमरमर, राखी, लकड़ी की मूर्ति, साल की पत्ति जीएसटी से बाहर किया गया।

इसके अलावा हैंडबैग, ज्वेलरी बॉक्स, पेंटिंग के लिए लकड़ी के बक्से, कांच के आर्टवेयर, हैंडमेड लैंप पर12 प्रतिशत तक जीएसटी कम की गई है।

परिषद की 28वीं बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने कहा, 'रेफ्रिजरेटर, छोटे टेलीविजन (25 इंच स्क्रीन तक), लिथियम ऑयन बैटरीज, वैक्यूम क्लीनर्स, घरेलू इलेक्ट्रिक उपकरणों जैसे फूड ग्राइंडर्स, मिक्सर्स. स्टोरेज वॉटर हीटर, इमर्शन हीटर, हेयर ड्रायर्स, इलेट्रिक स्मूथिंग आयरंन्स समेत अन्य चीजों पर कर की दर 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी कर दी गई है।'

मंत्री ने कहा कि परिषद का एक और महत्वपूर्ण निर्णय छोटे उद्यमों के लिए रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के संबंध में था।

उन्होंने बताया कि पांच करोड़ रुपये तक के वार्षिक कारोबार करनेवाले उद्यमों को अब हर महीने र्टिन दाखिल करने के बजाय तीन महीने पर करना होगा, वे कर चुकाना मासिक आधार पर जारी रखेंगे। 

मंत्री ने स्पष्ट किया कि हालांकि, संशोधित रिटर्न फाइलिंग प्रक्रिया के कार्यान्वयन में कुछ समय लगेगा।

मंत्री ने आगे बताया कि छोटे और मध्यम उद्यमों की चिंता पर विचार करने के लिए परिषद की चार अगस्त को एक विशेष बैठक होगी।

और पढ़ें : फतवा जारी करनेवालों पर लगाम कसने के लिए पीएम मोदी से करूंगी अपील : निदा ख़ान

IANS इनपुट