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गाजीपुर हिंसा के मामले में 19 गिरफ्तार, पुलिस ने कहा- दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में कांस्टेबल की हत्या मामले में पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया है.

Updated on: 30 Dec 2018, 05:48 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में कांस्टेबल की हत्या मामले में पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, 32 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, गाजीपुर में पथराव के दौरान पुलिसकर्मी की मौत बेहद दुखद है. अभी तक 19 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि तीन केस दर्ज किये गए है. पथराव की घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. रविवार को पीएम मोदी की रैली के बाद बलिया के गाजीपुर कठवा मोड़ के पास निषाद पार्टी के लोगों ने गाड़ियों पर पथराव किया. पुलिस ने कहा कि आरक्षण की मांग को लेकर निषाद पार्टी प्रदर्शन कर रहे थे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले का संज्ञान लिया. मुख्यमंत्री ने पथराव में मारे गए पुलिस कांस्टेबल के परिजनों के लिए 40 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है.

इस घटना के बाद विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष इस घटना के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिम्मेदार ठहराया. अखिलेश यादव ने इस मामले पर योगी सरकार को घेरते हुए कहा, ये घटना इसलिए घटी है क्योंकि सीएम सदन में हो या मंच पर हो उनकी एकही भाषा है 'ठोक दो'. कभी पोलइ को नहीं समझ आता किसी ठोकना है.. कभी जनता को समझ नहीं आता किसी ठोकना है. इसी बीच घटना में मारे गए कांस्टेबल के बेटे ने अपनी पिता की मौत के लिए पुलिस बल को जिम्मेदार ठहराया.

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बता दें कि शनिवार को पत्थरबाज़ी की घटना में पथराव की घटना में एक कॉस्टेबल की मौत हो गई जबकि दो स्थानीय लोग घायल हो गए. इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है, जिसमें लोग पथराव करते हुए नज़र आ रहे हैं. वीडियो में मारो-मारो कहते हुए स्पष्ट तौर पर सुना जा सकता है. उग्र प्रदर्शनकारियों को तीतर-बितर करने के लिए पुलिस हल्का बल का प्रयोग करती है.

उग्र भीड़ एक बस को भी निशाना बनाकर जमकर तोड़फोड़ की.