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J&K: पुलवामा में आतंकियों से एनकाउंटर के बाद भड़की हिंसा, सुरक्षाबलों से झड़प में 11 घायल

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ के बाद एक बार फिर वहां हिंसक झड़प शुरू हो गई है.

Updated on: 29 Dec 2018, 03:16 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ के बाद एक बार फिर वहां हिंसक झड़प शुरू हो गई है. मुठभेड़ स्थल के पास सुरक्षाबलों और नागरिक प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में कम से कम 11 लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, पथराव कर रहे युवकों ने इससे पहले दिन में हाजीन पायीन गांव में चार आतंकवादियों के मारे जाने वाली जगह के पास सुरक्षाबलों पर पथराव किया. सुरक्षाबलों को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़ने पड़े. पुलिस ने नागरिकों को मुठभेड़ स्थल सुरक्षित घोषित होने तक वहां नहीं जाने की सलाह दी है, क्योंकि वहां छुपी हुई विस्फोटक सामग्री हो सकती है.

आज ही मारे गए हैं चार आतंकी

गौरतलब है आज पुलवामा में एक गांव में आतंकियों के छिपे होने की सूचना के बाद सेना ने इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. खुद को घिरता देख आतंकवादियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने भी चार आतंकी मार गिराए.

15 दिसंबर को भी हिंसक झड़प में मारे गए थे 11 प्रदर्शनकारी

गौरतलब है कि इससे पहले भी  पुलवामा जिले में 15 दिसंबर को ऐसा ही हुआ था जब आतंकियों 6-8 आतंकियों के मारे जाने के बाद प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए थे. सुरक्षाबलों से हिंसक झड़प में 11 लोग मारे गए थे. घाटी में हाल के इतिहास में यह एक सबसे रक्तरंजित दिन रहा था. इलाके में आतंकियों के छिपे होने की गुप्त सूचना के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और इसके बाद सिरनू गांव में मुठभेड़ शुरू हो गई थी. 

पुलिस ने बताया था कि मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए और एक जवान शहीद हो गया. मुठभेड़ के तुरंत बाद, कई नागरिक प्रदर्शनकारी सुरक्षा बलों के साथ भिड़ गए, जिसके कारण भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों ने गोलीबारी की और पेलेट्स दागे.

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मुठभेड़ स्थल पर सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुए संघर्ष के दौरान गोलीबारी में दो युवक घायल हो गए, जिनकी पहचान आमिर अहमद और आबिद हुसैन के रूप में हुई है.अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल पहुंचते ही दोनों को मृत घोषित कर दिया गया.  पुलिस ने कहा कि श्रीनगर के एक अस्पताल में एक और प्रदर्शनकारी की मौत हो गई, जिसके बाद इस घटना में मारे गए प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़कर सात हो गई. इलाके से मिली रपटों में कहा गया है कि संघर्ष में 35 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. उनमें से तीन की हालत नाजुक बनी है.

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प्रशासन ने पुलवामा में कर्फ्यू लगा दिया है और नागरिकों की मौत के चलते कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उच्च सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पुलवामा में मोबाइल सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं और जम्मू क्षेत्र में कश्मीर घाटी और बनिहाल शहर के बीच रेल सेवाएं रोक दी गई हैं. घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक ट्वीट किया, 'कश्मीर में एक और खूनी सप्ताहांत. छह प्रदर्शनकारी मारे गए, ड्यूटी पर तैनात एक जवान शहीद हो गया. सुबह की मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों सहित 10 लोग मारे गए. मुठभेड़ स्थल से कई लोगों के घायल होने की खबर है. क्या भयानक दिन है.'

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