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डोकलाम में भारत के रुख से बौखलाया चीन सीमा पर अमेरिका जैसे सिस्टम से सैनिकों को कर रहा लैस

डोकलाम गतिरोध के दौरान भारत के रुख से बौखलाए चीन ने भारतीय सीमा के पास तैनात सैनिक दस्ते की ताकत बढ़ा रहा है। भारतीय सीमा पर तैनात पीपल्स लिबरेशन आर्मी के दस्ते के सैनिकों को चीन 'इन्फर्मेटाइज्ड वॉरफेअर' के लिये तैयार कर रहा है।

Updated on: 24 Feb 2018, 12:13 AM

नई दिल्ली:

डोकलाम गतिरोध के दौरान भारत के रुख से बौखलाए चीन ने भारतीय सीमा के पास तैनात सैनिक दस्ते की ताकत बढ़ा रहा है। भारतीय सीमा पर तैनात पीपल्स लिबरेशन आर्मी के दस्ते के सैनिकों को चीन 'इन्फर्मेटाइज्ड वॉरफेअर' के लिये तैयार कर रहा है।

जिसे को शक्तिशाली अमेरिकी स्टाइल 'इंटीग्रेटेड इनडिविजुअल सोल्जर कॉम्बैट सिस्टम' भी कहा जाता है। इन्फर्मेटाइज्ड वॉरफेअर शब्द का इस्तेमाल चीनी मिलिटरी करती है। जिसमें जंग के हालात में आईटी, डिजिटल और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस संबंधी एप्लिकेशंस का इस्तेमाल किया जाएगा।

चाइना सेंट्रल टेलिविजन की रिपोर्ट का कहना है कि पश्चिमी थिएटर कमान की पीएलए स्पेशल ऑपरेशंस फोर्सेज की एक शाखा स्काई वुल्फ कमांडोज़ को QTS-11 सिस्टम की ट्रेनिंग दी गई है।

पश्चिमी थिएटर कमान भारत-चीन की 3,488 किलोमीटर की एलएसी की सुरक्षा की जिम्मेदारी की है।

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चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि QTS-11 अमेरिकी सैनिकों द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाली प्रणाली की तरह ही है।

चीनी विशेषज्ञ सोंग जांगपिंग ने ग्लोबल टाइम्स को बताया, 'इसे दुनिया का सबसे शक्तिशाली व्यक्तिगत फायरपावर माना जाती है। QTS-11 सिस्टम में न केवल हथियार होता है, बल्कि यह पूरी तरह से डिजिटल सोल्जर कॉम्बैट सिस्टम होता है। जिसमें डिटेक्शन और संचार प्रणाली भी शामिल होती है।'

इस सिस्टम में असॉल्ट राइफल और 20 मिमी ग्रेनेड लॉन्चर शामिल होता है, जो किसी भी ऐंटीपर्सनल टारगेट्स को तबाह करने की ताकत रखता है। साथ ही इससे लैस सैनिक के पास थर्मल इमेजर और ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक और पोज़िशनिंग सिस्टम भी होता है।

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