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बॉम्बे हाई कोर्ट के जज ने सुबह 3:30 बजे तक की मामलों पर सुनवाई, जानिए क्यों?

बॉम्बे हाई कोर्ट के एक जज ने गर्मी की छुट्टी से पहले लंबित मामलों पर सुनवाई पूरी करने के लिए शुक्रवार को कोर्ट रूम को सुबह 3:30 बजे तक खोलकर रखा और अत्यावश्यक याचिकाओं पर सुनवाई की।

Updated on: 05 May 2018, 08:56 PM

highlights

  • जस्टिस कथावाला ने महत्वपूर्ण मामलों और याचिकाओं पर सुबह 3:30 बजे तक सुनवाई की
  • शुक्रवार को गर्मी छुट्टी से पहले कोर्ट का आखिरी दिन था इसलिए लिया यह निर्णय
  • कोर्ट रूम में 100 से अधिक जन याचिकाएं थीं जिन पर त्वरित अंतिम राहत की मांग की गई थी

मुंबई:

बॉम्बे हाई कोर्ट के एक जज ने गर्मी की छुट्टी से पहले लंबित मामलों पर सुनवाई पूरी करने के लिए शुक्रवार को कोर्ट रूम को सुबह 3:30 बजे तक खोलकर रखा और अत्यावश्यक याचिकाओं पर सुनवाई की।

शुक्रवार को जब बॉम्बे हाई कोर्ट के सभी जज शाम को 5 बजे तक अपने कामों को खत्म कर दिया वहीं दूसरी तरफ जस्टिस शाहरुख जे कथावाला ने सुबह 3:30 बजे तक महत्वपूर्ण मामलों पर सुनवाई की और कई याचिकाओं पर आदेश पारित किया।

बता दें कि 5 मई से कोर्ट में गर्मी की छुट्टी हो रही है इसलिए जस्टिस कथावाला ने महत्वपूर्ण मामलों और याचिकाओं पर सुनवाई करना जरूरी समझा।

जस्टिस कथावाला की कोर्ट में उपस्थित रहने वाले एक वरिष्ठ वकील ने कहा, 'कोर्ट रूम वकीलों और याचिकाकर्ताओं से भरा हुआ था जिनके मामले की सुनवाई हो रही थी। कोर्ट रूम में 100 से अधिक जन याचिकाएं थीं जिन पर त्वरित अंतरिम राहत की मांग की गई थी।'

अब तक इतनी देर तक नहीं की थी सुनवाई

शुक्रवार को गर्मी छुट्टी से पहले कोर्ट का आखिरी दिन था। बता दें कि इससे पहले जस्टिस कथावाला इतनी देर तक कभी कोर्ट रूम में नहीं बैठे थे। दो सप्ताह पहले उन्होंने अपने चैम्बर में रात 12 बजे तक मामले की सुनवाई की थी।

वरिष्ठ वकील प्रवीण समदानी ने बताया, 'जस्टिस कथावाला सुबह के 3:30 बजे भी फुर्तीले दिख रहे थे जिस तरह कोई सुबह में होता है। मेरा मामला सबसे अंतिम में सुना गया था। उस समय भी जज ने काफी धैर्य के साथ बहस को सुना और आदेश पारित किया।'

जानिए जस्टिस कथावाला की खासियत

जस्टिस कथावाला हमेशा कोर्ट की सुनवाई अन्य जजों के मुकाबले समय से एक घंटा पहले सुबह 10 बजे ही शुरू कर देते हैं। कोर्ट के बंद होने के बाद यानि 5 बजे के बाद भी वे मामले की सुनवाई करते हैं।

कोर्ट रूम के एक स्टाफ ने कहा कि देर तक मामले की सुनवाई करने के बावजूद वे अपने चैम्बर में शुक्रवार सुबह को लंबित मामलों को पूरा करने के लिए पहुंच गए थे।

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