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BHU: नए चीफ प्रॉक्टर के आश्वासन के बाद ख़त्म हुआ एबीपीवी का धरना

बीएचयू चीफ प्रॉक्टर ने अपना इस्तीफा कुलपति जीसी त्रिपाठी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। यह घटनाक्रम बीती रात हुआ। ओ. एन. सिंह के इस्तीफे को प्रबंधन ने स्वीकार कर लिया है।

Updated on: 27 Sep 2017, 01:52 PM

नई दिल्ली:

22 सितंबर में छात्रा के साथ छेड़खानी के विरोध में छात्राओं और एबीपीवी के छात्रों का धरना बीएचयू के नए चीफ प्रॉक्टर एम. के. सिंह के आश्वासन के बाद ख़त्म हो गया है। 

बीएचयू के डीन ऑफ स्टूडेंट और नेत्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. एम के सिंह को विश्विद्यालय का नया चीफ प्रॉक्टर बनाया गया है।

इससे पहले ओ.एन. सिंह ने बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर पद से इस्तीफा दिया था। चीफ प्रॉक्टर ओ. एन. सिंह ने नैतिक ज़िम्मेदारी स्वीकार करते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया था।

ओ.एन. सिंह ने बीएचयू चीफ प्रॉक्टर के पद से अपना इस्तीफा कुलपति जीसी त्रिपाठी को सौंप दिया था। यह घटनाक्रम बीती रात को हुआ था। ओ. एन. सिंह के इस्तीफे को प्रबंधन ने स्वीकार कर लिया है।

इससे पहले मंगलवार को कमिश्नर ने बीएचयू मामले में अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी। इस रिपोर्ट में कमीश्नर ने काबू से बाहर हुए हालात के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।

इसके बाद कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने कुलपति को तत्काल हटाने की मांग की है। वाराणसी के कमिश्नर नितिन गोकर्ण ने मुख्य सचिव राजीव कुमार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।

कमिश्नर ने हिंसा के लिए BHU प्रशासन को माना जिम्मेदार

शासन से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, गोकर्ण ने अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव को भेज दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बीएचयू प्रशासन ने पीड़िता की शिकायत पर संवेदनशील तरीके से गौर नहीं किया और वक्त रहते इसका समाधान नहीं किया गया।

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