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महाराष्ट्र में हिंसा के बाद जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के खिलाफ शिकायत दर्ज

महाराष्ट्र के पुणे में भीमा-कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं सालगिरह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान हिंसा भड़कने के बाद जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।

Updated on: 02 Jan 2018, 11:29 PM

highlights

  • भड़काऊ बयान देने के आरोप में पुणे के डेक्कन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज
  • मंगलवार को हिंसक झड़प और आगजनी में एक दलित युवक की मौत हो गई

पुणे:

महाराष्ट्र के पुणे में भीमा-कोरेगांव युद्ध की 200वीं सालगिरह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान हिंसा भड़कने के बाद जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।

इन दोनों के खिलाफ भड़काऊ बयान देने के आरोप में पुणे के डेक्कन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है। कहा गया है कि इनके बयानों ने दो समुदायों के बीच तनाव को बढ़ाने का काम किया है।

हाल ही में गुजरात के वडगाम से निर्दलीय विधायक चुने गए जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू के छात्र उमर खालिद सोमवार को इस कार्यक्रम में पहुंचे थे। जिग्नेश और उमर ने सभा को संबोधित किया था।

मंगलवार को भीमा-कोरेगांव की हिंसा पर जिग्नेश ने कहा, 'कुछ लोग दुनिया से डर कर फैसले छोड़ देते हैं, और कुछ लोग हमारे जैसे नौजवान आंदोलनकारी से डर कर केसरिया रंग छोड़ देते हैं…!!'

हालांकि हिंसा की घटना के बाद जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद दोनों ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाने की अपील की है।

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जिग्नेश मेवाणी ने ट्वीट किया, 'महाराष्ट्र सरकार को कानून व्यवस्था अवश्य बहाल करना चाहिए। मैं महाराष्ट्र के लोगों से अपील करता हूं कि शांति व्यवस्था बनाए रखें।'

कार्यक्रम के बाद हुई हिंसक झड़प और आगजनी में मंगलवार को एक दलित युवक की मौत हो गई।

सोमवार को कार्यक्रम के बाद पुणे से फैली हिंसा मंगलवार को मुंबई के 13 जिलों तक पहुंच चुकी है। कई हिस्सों में दलित और मराठा समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। कई शहरों में धारा 144 लगा दी गई है।

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