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चंद्रबाबू नायडू ने एकदिवसीय भूख हड़ताल खत्म किया, विपक्षी दलों का मिला समर्थन

आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य को विशेष दर्जा देने की मांग के साथ दिल्ली में अपना एकदिवसीय भूख हड़ताल शाम को तोड़ दिया.

Updated on: 11 Feb 2019, 08:55 PM

नई दिल्ली:

आंध्र प्रदेश के मुख्‍यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य को विशेष दर्जा देने और आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 में केंद्र द्वारा किए गए अन्य वादों को पूरा करने की मांग के साथ दिल्ली में अपना एकदिवसीय भूख हड़ताल शाम को तोड़ दिया. तेलुगू देसम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख नायडू ने सोमवार सुबह को अनशन शुरू किया था. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, टीएमसी सहित कई विपक्षी दलों ने नायडू की मांग का समर्थन किया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला अनशन स्थल पर पहुंचकर उनका समर्थन किया.

चंद्रबाबू नायडू ने अनशन के दौरान एनडीए सरकार पर हमला बोला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरी तरह से असंतुलित बताया. नायडू ने कहा कि मौजूदा प्रधानमंत्री और एनडीए सरकार देश को बांट रही है. वे लोगों के बीच घृणा अभियान चला रहे हैं, वे राजनीतिक लाभ चाहते हैं लेकिन ऐसा हो नहीं सकता है.

उन्होंने कहा, 'मोदी कल गुंटूर आए थे. उन्होंने मुझ पर हमला करने और मेरी आलोचना करने के लिए इतना सारा समय और इतनी ऊर्जा खर्च की, लेकिन उन्होंने किसी समस्या का समाधान नहीं किया. इसका मतलब यह होता है कि आप पूरी तरह असंतुलित हैं.'

नायडू ने कहा कि उनका यह विरोध प्रदर्शन राज्य के साथ किए गए अन्याय के खिलाफ, केंद्र को अपने वादों की याद दिलाने और आंध्र प्रदेश की ताकत का अहसास कराने के लिए है.

चंद्रबाबू ने प्रधानमंत्री को चेताया कि वह हमले बंद करें, और वादों को पूरा करने के लिए तत्परता से काम करें, क्योंकि सिर्फ दो दिन ही बचे हैं. वह स्पष्ट तौर पर मौजूदा संसद सत्र का जिक्र कर रहे थे, जो लोकसभा चुनाव से पूर्व अंतिम सत्र हो सकता है.

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उन्होंने कहा, 'अगर आप अपने किए वादों को पूरा नहीं करते हैं तो हम जानते हैं कि इसे कैसे पूरा करना है. यह आंध्र के स्वाभिमान का मामला है. हम जानते हैं कि पैसा कैसे कमाना है, लेकिन जब भी कोई हमारे स्वाभिमान को ठेस पहुंचाता है, हम बर्दाश्त नहीं करते हैं. यह पहले भी साबित हो चुका है.'

उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर सरकार वादों को पूरा करने में विफल रही तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को आंध्र प्रदेश में स्थायी तौर पर बहिष्कार का सामना करना पड़ेगा.

नायडू ने कहा कि जब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पांच साल के लिए एससीएस की घोषणा की थी, तब राज्यसभा में भाजपा नेता अरुण जेटली और वेंकैया नायडू ने 10 साल की अवधि का जोर दिया था. उन्होंने कहा कि हर चुनावी रैली में मोदी ने एससीएस का वादा किया और इस वादे के आधार पर ही तेदेपा ने भाजपा के साथ गठबंधन किया था.

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चंद्रबाबू नायडू को अपना समर्थन करने पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी नरेंद्र मोदी से राज्य को विशेष दर्जा देने के अपने वादों को पूरा करने की मांग की. राहुल ने कहा, 'अगर प्रधानमंत्री इस देश में किसी से कोई वादा करते हैं तो क्या उन्हें उस वादे को पूरा नहीं करना चाहिए? वे किस तरह के प्रधानमंत्री हैं, जो अपने वादे को ही पूरा नहीं करते? क्या आंध्र के लोग भारत का हिस्सा नहीं हैं?'

राहुल ने कहा, 'मोदी जहां भी जाते हैं, झूठ बोलते हैं। वे आंध्र प्रदेश गए और विशेष दर्जे को लेकर झूठ बोल दिया' मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री ने चाहे जो वादा किया हो उन्हें वह पूरा करना ही होगा.' उन्होंने कहा, 'मैं आंध्र प्रदेश के लोगों के साथ खड़ा हूं.'

(IANS इनपुट्स के साथ)