logo-image

आनंद शर्मा का मोदी सरकार पर हमला-एक दिन और सत्र बढ़ाइए, महिला आरक्षण बिल लाइए, कांग्रेस करेगी सपोर्ट

राज्‍यसभा में सामान्‍य वर्ग के गरीब लोगों के आरक्षण संबंधी बिल पर चर्चा करते हुए कांग्रेस के आनंद शर्मा बोले- क्‍या कारण है कि महिलाओं के लिए आरक्षण का बिल नहीं लाए

Updated on: 09 Jan 2019, 03:22 PM

नई दिल्‍ली:

राज्‍यसभा में सामान्‍य वर्ग के गरीब लोगों के आरक्षण संबंधी बिल पर चर्चा करते हुए कांग्रेस के आनंद शर्मा बोले- क्‍या कारण है कि महिलाओं के लिए आरक्षण का बिल नहीं लाए, सिर्फ बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ से न्‍याय मिल जाएगा, आप लाते इसको कोई आलोचना नहीं होती, एक दिन और सत्र बढ़ाइए, महिला आरक्षण बिल लाइए, तीन तलाक पीड़ित महिलाओं को तो न्‍याय मिल गया, बाकी महिलाओं को कब मिलेगा, आपने कहा था, अपने मेनफिेस्‍टो में, लाइए और वादा पूरा करिए, जाहिर है कांग्रेस पार्टी समर्थन करेगी, उसी तरह महिलाओं के लिए भी किया जाना चाहिए.

यह भी पढ़ेंः समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव बोले- आरक्षण बिल का समर्थन करेगी सपा

आनंद शर्मा बोले- एक दिन उस सदन में पास हो जाए, दूसरे दिन इस सदन में पास हो जाए, नौजवान तो हिसाब मांगेगा, केवल भोपाल, जयपुर, रायपुर, हैदराबाद के संदेश से प्रभावित होकर यह लाया गया है, सरकार राजनीति कर रही है, चुनाव में आपकी सेवा जो लोगों ने करी है, नहीं करती तो आप कभी न लाते, जनता न बोलती तो आप कभी न लाते.

इससे पहले शर्मा ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आप सोचते हैं कि पूरा देश आपके साथ खड़ा है, लेकिन आपने वादाखिलाफी करी है, इस विधेयक से किसानों का पेट नहीं भरेगा, आप सामाजिक न्‍याय की बात करते हैं, क्‍या आपके पास जवाब है- किसानों से तो वादा कर दिया, पर एमएसपी नहीं मिल रही, चाहे दाल की, गेहूं की धान की, सबमें कम मिल रहा है.

यह भी पढ़ेंः एक और झटका : नेशनल हेराल्ड केस में राहुल-सोनिया को आयकर विभाग ने भेजा 100 करोड़ का टैक्स नोटिस

आनंद शर्मा ने कहा कि पहले आपने जो इसमें शर्तें लगाई हैं, 5 एकड़ जिसके पास जमीन है, 8 लाख रुपये आमदनी, वित्‍तमंत्री बैठे हैं, आप जरा डाटा दें कि इससे ऊपर की आमदनी कितनो के पास है, अगर मेरी जानकारी गलत है तो ज्ञान दें, डाटा देश के सामने रखें, 130 करोड़ की आबादी है, देश की चिंता क्‍या है, रोजगार नहीं बन रहा है, न सरकारी और न ही निजी, पिछले सप्‍ताह चौंकाने वाले आंकड़े आए हैं, पिछले साल 10 करोड़ नौकरियां खत्‍म हो गईं. मैं चेता रहा हूं, यह अभी हकीकत है, चुनाव आचार संहिता से पहले आपको कुछ लाना था, दिखा दिया सपना, लेकिन नौकरियां हैं कहां, मैंने आंकड़े देखे, मंत्री महोदय आप से भी आग्रह है कि आंकड़ें रखें.

यह भी पढ़ेंः मोदी जी बैक फुट पर खेलते हैं, देश की जनता चुनाव में फ्रंटफुट पर खेलेगी: राहुल गांधी

आनंद शर्मा बोले-यह जो संविधान संशोधन विधेयक है, पहले से ही यह संविधान के अंदर रखा गया था, जो पिछड़े हैं, कमजोर हैं, उसी के तहत आरक्षण की व्‍यवस्‍था की गई, उससे बाहर जब आरक्षण की कोशिश की गई तो सुप्रीम कोर्ट ने उसे स्‍वीकार नहीं किया, कई राज्‍यों के सामने भी यह चुनौती आई थी, आप बहुत सोच-समझकर लाए हैं, लेकिन क्‍या बात है कि एकदम से इसे लाया गया.

आनंद शर्मा बोले- 2014 में बहुत सपने दिखाए गए थे, बहुत कुछ कहे गए थे, सबका साथ सबका विकास माननीय सदस्‍य ने कहा, यह अच्‍छी बात है, लेकिन अच्‍छे दिन कब आएंगे, इसका देश इंतजार कर रहा है, आपकी संवेदनशीलता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सोच, सदन में उनके दर्शन होते हैं, कई तरह की टोपी पहनते हैं, मैं भी हिमाचल की कई तरह की टोपी उन्‍हें भेंट कर देंगे.

यह भी पढ़ेंः सामान्‍य वर्ग को आरक्षण का प्रस्‍ताव लीक न हो, इसके लिए मोदी सरकार ने की थी फूलप्रूफ प्‍लानिंग

आनंद शर्मा ने कहा, सदन के अंदर सरकार की तरफ से संविधान संशोधन का प्रस्‍ताव आया है, माननीय मंत्री ने कहा कि इसका उद्देश्‍य क्‍या है, यह भी बताया गया कि जो अगड़ी जातियां हैं उनके भी गरीब लोगों को आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए. प्रश्‍न यह है कि पहले देश में आरक्षण का इतिहास क्‍या है, यह जानना भी जरूरी है, हमारी संविधान सभा ने विस्‍तार से चर्चा करी थी, जिन लोगों के साथ अन्‍याय हुआ है, सामाजिक न्‍याय नहीं मिला, उन्‍हें संरक्षण की जरूरत है, तभी आरक्षण की व्‍यवस्‍था शुरू हुई, मैं यह बताना चाहता हूं कि 23 दिसंबर 1946 को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने ऑब्‍जेक्‍टिव रेजोल्‍यूशन रखा था, उन्‍होंने कहा था- आजाद भारत में क्‍या होना चाहिए.