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मसूद अजहर विवाद के बीच चीन दौरे पर जाएंगी सुषमा स्वराज, चीन-रूस के विदेश मंत्री के साथ होगी बैठक

भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अगले हफ्ते रूस-भारत-चीन विदेश मंत्री सम्मलेन के मौके पर चीनी समकक्ष वांग यी से भेंटवार्ता करेंगी.

Updated on: 20 Feb 2019, 11:51 PM

नई दिल्ली:

भारत पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित करने की लगातार कोशिशों में जुटे हैं. भारत और अन्य देशों के प्रयास में चीन लगातार टांग अड़ाता आया है. इसी बीच भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अगले हफ्ते रूस-भारत-चीन विदेश मंत्री सम्मलेन के मौके पर चीनी समकक्ष वांग यी से भेंटवार्ता करेंगी. पुलवामा आतंकी हमले के बाद चीन और भारत यह पहला उच्च-स्तरीय संवाद होगा. तीनों देशों के विदेश मंत्रियों के साथ यह 16  वीं बैठक 27  फरवरी को चीन के वुझेन शहर में होगी. इस बैठक के दौरान बड़े अंतर्राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और त्रिपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी.

चीन और भारत के अलावा रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव भी हिस्सा लेंगे. उम्मीद है कि इससे दोनों मंत्रियों को अजहर को संरा की 1267 प्रतिबंध समिति द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की कोशिश का समर्थन नहीं करने की चीन की इच्छा पर विस्तार से चर्चा करने का मौका मिलेगा. पाकिस्तान का करीबी हसीन 2016 से देशों की कोशिशों भी अड़ंगा डालता आया है. वीटो शक्ति संपन्न फ्रांस ने इस बीच घोषणा की है कि वह पुलवामा हमले के आलोक में इस संबंध में नया प्रस्ताव लायेगा.

पुलवामा हमले के आलोक में रूस-भारत और चीन की बैठक होने के संबंध में एक सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने चीन का रूख दोहराया और कहा कि चीन इस मुद्दे पर रचनात्मक रूख अपनाएगा. चीन ने पुलवामा हमले की निंदा की थी. चीन ने कहा कि वह पाकिस्तानी आतंकवादी मसूद अजहर के मुद्दे पर पेशेवर तरीके से निपट रहा है. बीजिंग अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने की भारत की कोशिश में बार-बार अड़ंगा डालता रहा है.

(इनपुट-एजेंसी)