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एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ बोले, अगर बालाकोट हमले में राफेल विमान होता तो परिणाम कुछ और होता

एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने आज वायुसेना मुख्यालय में स्वर्गीय मार्शल अर्जन सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया.

Updated on: 15 Apr 2019, 08:45 PM

नई दिल्ली:

एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने आज वायुसेना मुख्यालय में स्वर्गीय मार्शल अर्जन सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान उन्होंने कहा, बालाकोट हवाई हमलों में तकनीक भारत के पक्ष में थी और अगर समय पर राफेल लड़ाकू विमान मिल जाते तो परिणाम देश के और भी पक्ष में होते.

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा, बालाकोट अभियान में, हमारे पास प्रौद्योगिकी थी और हम बड़ी सटीकता के साथ हथियारों का इस्तेमाल कर सके. बाद में हम बेहतर हुए हैं, क्योंकि हमने अपने मिग -21, बिसॉन और मिराज-2000 विमानों को उन्नत बनाया था. उन्होंने आगे कहा, यदि हमने समय पर राफेल विमान को शामिल कर लिया होता तो परिणाम हमारे पक्ष में और भी हो जाते.

बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट क्षेत्र में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविर पर हवाई हमला किया था. पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.

धनोआ ने कहा, राफेल और एस-400 जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली को शामिल किए जाने के प्रस्ताव के तहत अगले दो से चार वर्ष में फिर से तकनीकी संतुलन हमारे पक्ष में आ जाएगा, जैसा 2002 में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान हुआ था.

आईएएफ के दिवंगत मार्शल अर्जन सिंह की जन्म शताब्दी के मौके पर ‘2040 के दशक में एयरोस्पेस पावर: प्रौद्योगिकी का प्रभाव' विषय पर संगोष्ठी यहां सुब्रतो पार्क में आयोजित की गई थी. वायुसेना प्रमुख ने कहा, यह कार्यक्रम भारतीय वायुसेना मार्शल अर्जन सिंह को एक श्रद्धांजलि है.