logo-image

क्या होता है Triglycerides, क्या इससे बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा

What Is Triglycerides: कई बार हमारे शरीर में कुछ चीजें की अधिकता हमारे लिए गंभीर बीमारियों की खतरा बढ़ा देती है. ट्रिग्लीसेराइड्स भी इसी तरह की एक समस्या है.

Updated on: 25 Mar 2024, 01:48 PM

:

What Is Triglycerides: अत्यधिक काम और बिगड़े खान-पान ने हमें कम उम्र में ही कुछ ऐसी बीमारियों के करीब लाकर खड़ा कर दिया है जिसके बारे में हमने कभी सोचा भी नहीं होगा. बीते कुछ वक्त में लोगों को दिल की बीमारियों से ग्रसित होते आपने बहुत देखा होगा. खास तौर पर हार्ट अटैक के बाद जवान लोगों को भी मरते हुए देखा होगा. दरअसल हमारे शरीर में कई चीजें ऐसी होती है जिनकी अधिकता हमें मुश्किल में डाल देती है. ट्रिग्लीसेराइड्स एक ऐसी ही समस्या है जिसके बढ़ने से हमारा शरीर मुश्किल में आ जाता है. खास तौर पर दिल पर खतरा मंडराने लगता है. 

क्या है ट्रिग्लीसेराइड्स
ट्रिग्लीसेराइड्स हमारे शरीर में पाए जाने वाले खून में एक प्रकार का वसा है.  जो हमारे शरीर के अंतःस्थल में पाया जाता है. यह खाने की चीजों के जरिए हमारे शरीर में उत्पन्न होता है. इसकी वजह से शरीर को ऊर्जा प्रदान मिलने में मदद मिलती है लेकिन इसका मात्रा अधिक होने से ये उलटा असर करने लगता है और इसकी सीधा असर हमारी धमनियों पर पड़ने लगता है और कई बार धमनियां ब्लॉक होने लगती है. नतीजतन हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है. 

यह भी पढ़ें - Herpes Disease: हर्पीज़ रोग है बेहद खतरनाक, जाने किस वायरस से होती है ये बीमारी

क्या है ट्रिग्लीसराइड्स की सही मात्रा
शरीर में ट्रिग्लीसराइड्स की सही मात्रा की बात करें तो नॉर्मल स्थिति में यह शरीर में 155 होना चाहिए. वहीं नॉर्मल से कुछ अधिका यानी बॉर्डर लाइन के तहत यह शरीर में 199 मिग्रा होना चाहिए जबकि इससे अधिक की स्थित में यह हाई लेवल कहलाता है जो 400 है. लेकिन इससे भी अधिक मात्रा में हो तो यह हाई रिस्क में आ जाता है. 

ट्रिग्लीसेराइड्स का लक्षण

शरीर में चर्बी का जमाव: त्रिग्लिसराइड्स के अधिक स्तर के कारण शरीर में चर्बी का जमाव हो सकता है, विशेष रूप से पेट के आसपास।

दिल की बीमारियों का खतरा: त्रिग्लिसराइड्स के अधिक स्तर से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जैसे कि हृदय अटैक और डायबिटीज के लिए अधिक उत्पीड़न का खतरा।

तेजी से धड़कन: त्रिग्लिसराइड्स के उच्च स्तर से असमान धड़कन और दिल की धड़कन में असामान्यता हो सकती है।

मस्तिष्क संबंधी समस्याएं: अत्यधिक त्रिग्लिसराइड्स के स्तर से मस्तिष्क संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि मानसिक तनाव और डिप्रेशन।

विशेष समस्याएं: अधिक त्रिग्लिसराइड्स के स्तर से अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि शरीर में दर्द, थकान, और गैस की समस्याएं।

ट्रिग्लीसेराइड्स का बचाव

स्वस्थ आहार: त्रिग्लिसराइड्स के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए स्वस्थ आहार बहुत महत्वपूर्ण है। उन्हें अधिक मात्रा में तेल, मिठा, और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। वे ज्यादा से ज्यादा फल, सब्जियां, पूरे अनाज, और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।

नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करना भी त्रिग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। यह शरीर की फिटनेस को बढ़ावा देता है और संतुलित वजन बनाए रखने में मदद करता है।

समय-समय पर जांच: त्रिग्लिसराइड्स के स्तर की नियमित जांच करें, इससे समय रहते आप इसको नियंत्रित कर पाएंगे और आने वाली बड़ी  समस्या से भी बच पाएंगे.