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देश में फिर कोरोना की दहशत! लगातार बढ़ते मामलों से अलर्ट हुए ये राज्य, जारी कर दी एडवाइजरी

कर्नाटक के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडू राव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, कल हुई बैठक में फिलहाल की परिस्थितियों के मद्दनेजर उचित कदम उठाए जाने को लेकर चर्चाएं हुई हैं.

Updated on: 18 Dec 2023, 04:58 PM

नई दिल्ली :

देश के दक्षिणी राज्य केरल में कोरोना की दस्तक के बाद, अब पड़ोसी राज्य केरल भी खतरे की चपेट में है. दरअसल अभी हाल ही में केरल में कोविड-19 के सब-वैरिएंट JN.1 का एक मामला सामने आया था, जिसके बाद कर्नाटक भी अलर्ट मोड में आ गया है. इसके मद्देनजर कर्नाटक राज्य सरकार ने एक नई एडवाइजरी जारी की है, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों मसलन साठ वर्ष से अधिक की आयु वाले लोगों और अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है.

गौरतलब है कि आज यानि सोमवार को कर्नाटक के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडू राव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, कल हुई बैठक में फिलहाल की परिस्थितियों के मद्दनेजर उचित कदम उठाए जाने को लेकर चर्चाएं हुई हैं. इसे लेकर एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है. ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है.  

इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा सलाह दी गई है कि, जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है और जिन्हें दिल से जुड़ी समस्या या कोई गंभीर रोग हैं. या फिर खांसी, जुकाम, बुखार जैसी अन्य बीमारियों के लक्षण नजर आ रहे हैं, वे मास्क का इस्तेमाल जरूर करें. 

इसके साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए बताया है कि, कर्नाटक के सरकारी अस्पतालों को कोरोना के मद्देनजर सतर्क रहने को कहा है, साथ ही इसके लिए पूरी तरह से तैयार रहने की हिदायत दी है. जबकि वो क्षेत्रों जो सीधा केरल के साथ सीमा साझा करते हैं, जैसे मैंगलोर, चमनजनगर और कोडागु उन्हें अधिक अलर्ट रहना होगा. वहीं कोरोना की रोकथाम के लिए टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी.

देश में पसर रहा कोरोना का कहर...

गौरतलब है कि कोरोना से एक बार फिर लोगों को दहशत में डाल दिया है. मिली जानकारी के अनुसार, बीते 24 घंटे में 335 नए केसों सामने आए हैं, जबिक यूपी और केरल में कोरोना से पांच लोगों की मौत की खबर है. 

वहीं कोरोना के नए वेरिएंट जेएन-1 की केरल में दस्तक के बाद, देशभर की स्वास्थ्य सेवाओं के सामने नई चुनौती आ गई है. बता दें कि जानकार केरल में मिले कोरोना के इस नए वेरिएंट जेएन-1 को कोरोना का सबसे घातक वेरिएंट करार दे रहे हैं.