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अनिद्रा से बढ़ता है दिल की बीमारी होने का खतरा

अनिद्रा न सिर्फ आपके दिमाग बल्कि दिल पर भी बुरा असर डालता है। इससे दिल संबंधी बीमारी के होने का खतरा बड़ जाता है।

Updated on: 04 Apr 2017, 08:29 PM

highlights

  • नींद न आने से दिल संबंधी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • जिन लोगों में पहले से दिल संबंधी रोग होते है वह 83 प्रतिशत लोग अनिद्रा का शिकार होते है।
  • गहरी नींद न आने या अचानक टूट जाने से दिल संबंधी बीमारियों के होने का खतरा बड़ जाता है।
  •  जीवन का एक तिहाई हिस्सा हम सो कर बिताते है।

 

 

नई दिल्ली:

आजकल की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में कई तरह की बीमारियां सेहत को नुकसान पहुंचा रही है। स्ट्रेस या तनाव के बढ़ने से आपकी नींद पर बेहद बुरा असर पड़ता है। नींद न आना एक गंभीर समस्या है।

नींद न आने की वजह से भी कई बीमारियां होने की सम्भावना हो जाती है। नींद पूरी न होने की वजह से थकान और चिड़चिड़ापन आपके पूरे दिनचर्या पर असर डालती है। कई बार लोग नींद की गोलियों का सेवन करते है और अगर इसकी आदत पड़ जाये तो ये स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है।

अनिद्रा न सिर्फ आपके दिमाग बल्कि दिल पर भी बुरा असर डालता है। इससे दिल संबंधी बीमारी के होने का खतरा बड़ जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक जो लोग अनिद्रा का शिकार होते है उनमें दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारी के होने का खतरा कई गुना ज्यादा हो जाता है।

महिलाओं में इसके होने का खतरा ज्यादा होता है।

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ज्यादा समय तक नींद का पूरा न होना अनिद्रा होने का मुख्य कारण तो है ही ज्यादा कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप भी मुख्य कारण में शामिल है। जिन लोगों में पहले से ही दिल संबंधी रोग होते है वह 83 प्रतिशत लोग अनिद्रा का शिकार होते है।

अनिंद्रा से पीड़ित लोगों का पाचन तंत्र धीमा होता है और उन्हें वजन कम करने में भी मुश्किल होती है ।

खराब नींद की वजह से सी-रिएक्टिव प्रोटीन बढ़ जाता है। इसके बढ़ने से चोट, संक्रमण या रोग होने पर सूजन आ जाती है, इसी वजह से अनिद्रा दिल के रोगों का कारण होती है।
 
सी-रिएक्टिव टेस्ट से आप खून में सी-रिएक्टिव प्रोटीन की मात्रा का पता लगा सकते है। सी-रिएक्टिव प्रोटीन आपके शरीर में सूजन के सामान्य स्तर को मेश़र करता है।

ज्यादा मात्रा में सी-रिएक्टिव प्रोटीन से इन्फेक्शन होने का खतरा होता है। सी-रिएक्टिव टेस्ट से ये नही पता चलता कि सूजन किस जगह पर है और किन कारणों की वजह से हो रही है।

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आईएमए महासचिव डॉ अग्रवाल के मुताबिक, 'सेहतमंद दिल के लिए नींद बेहद जरूरी है। सात से आठ घंटे नींद की नींद लेनी बेहद जरूरी है। इससे तनाव और बेचैनी कम होती है। अच्छी नींद लेने से पाचन तंत्र और वजन कम करने में मदद मिलती है।

उन्होंने कहा, 'अनिंद्रा से बचने के लिए व्यायाम करें और सप्ताह में 30 से 40 मिनट हल्की से सख्त एयरोबिक एक्सरसाईज तीन या चार बार करें। कैफीन से बचें खास कर रात को सोने से पहले। सोने के वक्त की एक रूटीन बनाएं। योग, गहरी सांस की क्रियाएं, ध्यान और अन्य आराम देने वाली तकनीकें बेहतर निद्रा लेने में मदद कर सकती है।'

डॉ अग्रवाल के मुताबिक, 'सेहतमंद दिल के लिए नींद बेहद जरूरी है। सात से आठ घंटे नींद की नींद लेनी बेहद जरूरी है। इससे तनाव और बेचैनी कम होती है। अच्छी नींद लेने से पाचन तंत्र और वजन कम करने में मदद मिलती है।

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इस बारे में और जानकारी देते हुए डॉ.अग्रवाल ने बताया, 'अनिंद्रा से बचने के लिए व्यायाम करें और सप्ताह में 30 से 40 मिनट एयरोबिक एक्सरसाईज करें। कैफीन से बचें खास कर रात को सोने से पहले। सोने के वक्त की एक रूटीन बनाएं। योग, गहरी सांस की क्रियाएं, ध्यान और अन्य आराम देने वाली तकनीकें बेहतर नींद लेने में मदद कर सकती है।'

चीन के शेनयांग में हुए रिसर्च के मुताबिक अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है। जीवन का एक तिहाई हिस्सा सो कर बीतता है, लेकिन शहरों में ज्यादातर लोग अनिद्रा का शिकार होते है। 
गहरी नींद न आने या अचानक टूट जाने से दिल संबंधी बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है।

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