logo-image

उत्तर प्रदेश में हर छठी महिला को धूम्रपान की लत, सर्वे में हुआ खुलासा

ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे में 15 साल से अधिक उम्र के लोगों पर हुए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि यूपी की हर छठी महिला धूम्रपान कर रही है।

Updated on: 07 Jan 2018, 02:50 PM

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी चकाचौंध भरा परिवेश युवतियों और महिलाओं के जीवन पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। शौकिया धूम्रपान का शुरू हुआ सिलसिला अब लत में तब्दील हो रहा है। ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे में 15 साल से अधिक उम्र के लोगों पर हुए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि यूपी की हर छठी महिला धूम्रपान कर रही है।

लखनऊ के होटल क्लार्क में पिछले दिनों ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे (गेट्स) 2016-17 की फैक्ट शीट प्रस्तुत की गई थी। इस रिपोर्ट में जो आंकड़े दिए गए थे, वह बेहद ही चौंकाने वाले थे।

इस रिपोर्ट ने यह सोचने को मजबूर कर दिया है कि बदलती जीवनशैली में धूम्रपान की लत को महिलाएं कैसे छोड़ें। मुंबई से आईं कंसल्टेंट सुलभा परशुरामन ने इस रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

उन्होंने कहा, 'गेट्स-2 सर्वे की रिपोर्ट में 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को शामिल किया गया था। केंद्रीय परिवार कल्याण विभाग, डब्लूएचओ और टाटा इंस्टीट्यूट अफ सोशल साइंसेज मुंबई द्वारा मल्टी स्टेज सैंपल डिजाइन तैयार किया गया। इसमें देशभर से कुल 74,037 लोगों को व यूपी से 1,685 पुरुष और 1,779 महिलाओं को शामिल किया गया था।'

और पढ़ें: तंबाकू और धूम्रपान से आपकी जिंदगी में छा सकता है अंधेरा

परशुरामन की मानें, तो इस रिपोर्ट में यह पाया गया कि साल 2009-10 में हुए सर्वे से धूम्रपान करने वालों की संख्या उप्र में बढ़ी है। इसमें तंबाकू जनित उत्पादों का प्रयोग करने वाले पुरुषों का औसत 52़ 1 फीसद रहा। वहीं महिलाओं का औसत 17.7 फीसदी रहा।

रिपोर्ट के मुताबिक, हर छठी महिला तंबाकू का किसी न किसी स्वरूप में सेवन कर रही है। कई महिलाएं जहां मजदूरी करने वाली गुटखा, खैनी, बीड़ी का सेवन कर रही हैं, वहीं कई शौकिया सिगरेट पीने और गुटखा खाना शुरू करने के बाद इसकी लत की शिकार हो गई हैं।

उन्होंने बताया, 'साल 2009-10 में वयस्कों में जहां तंबाकू उत्पाद सेवन का औसत 33.9 था, वहीं 2016-17 में बढ़कर 35.5 फीसद हो गया। हालांकि इसमें धुआं वाले उत्पादों का औसत 14.9 फीसदी से घटकर 13.5 फीसद रह गया, वहीं गुटखा, खैनी, पान-मसाला का सेवन करने वाले वयस्क 25.3 फीसदी से बढ़कर 29.4 फीसद हो गए।'

और पढ़ें: स्मोक और स्मॉग से खराब हुए फेफड़ों को करें दुरुस्त, अपनी आहार में शामिल करें टमाटर

धूम्रपान उत्पादों के प्रचार-प्रसार में भी काफी वृद्धि हुई है। इसमें साल 2009-10 में जहां उत्पादों के प्रचार का औसत 10.3 रहा, वहीं अब बढ़कर 16.3 हो गया।

तंबाकू उत्पादों के सेवन करने वालों में यूपी 12वें नंबर पर है। कुल औसत की बात करें तो त्रिपुरा में 64.5 फीसदी लोग तंबाकू उत्पादों का सेवन करते हैं। वहीं मिजोरम में 58.7 व यूपी 12वें नंबर पर हैं, यहां कुल 35.5 फीसदी लोग तंबाकू उत्पादों का सेवन करते हैं।

तंबाकू की लत ऐसी है कि 20 फीसदी लोग सुबह आंख खोलते ही पांच मिनट में सेवन करते हैं। वह तंबाकू उत्पादों को सेवन करने के बाद ही फ्रेश होने जाते हैं।

इस बारे में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने तंबाकू सेवन के आंकड़े पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, 'इस पर अंकुश लगाने के लिए फिर से प्लान बनाना होगा। शिक्षा और नगर निगम विभाग को भी शामिल करना होगा। वहीं, स्कूल के आस-पास तंबाकू उत्पादों की बिक्री प्रतिबंधों पर कड़ाई से लागू करना होगा।'

और पढ़ें: 8 घंटे से कम सोते हैं? हो जाएं सावधान, डिप्रेशन का हो सकते हैं शिकार