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Loksabha Elections: तो जम्मू में बीजेपी की जीत के पीछे है धारा 370 और 35A, जानें कैसे

2019 के लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections) में केंद्र की एनडीए (NDA) सरकार ने बंपर जीत हासिल कर एक बार फिर सत्ता में वापसी की है. इतना ही नहीं इस जीत में भारतीय जनता पार्टी ने भी जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 300 के आंकड़े को पार कर लिया है.

Updated on: 24 May 2019, 01:13 PM

नई दिल्ली:

2019 के लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections) में केंद्र की एनडीए (NDA) सरकार ने बंपर जीत हासिल कर एक बार फिर सत्ता में वापसी की है. इतना ही नहीं इस जीत में भारतीय जनता पार्टी ने भी जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 300 के आंकड़े को पार कर लिया है. भारतीय जनता पार्टी के इस जबरदस्त प्रदर्शन का असर देश भर के साथ जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में भी देखने को मिला. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के जम्मू क्षेत्र में दोनों लोकसभा सीटों पर बीजेपी (BJP) उम्मीदवारों ने जीत दर्ज करते हुए यहां पर पार्टी के आधार को और मजबूत किया. ऊधमपुर सीट से बीजेपी (BJP) के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और जम्मू लोकसभा सीट से बीजेपी (BJP) उम्मीदवार जुगल किशोर शर्मा दोनों 2014 के मुकाबले इस बार अपने प्रतिद्वंद्वियों को ज्यादा बड़े अंतर से चुनाव में हराया.

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे थे जबकि पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) इनसे अलग लेकिन बीजेपी (BJP) के खिलाफ चुनाव लड़ रही थी.

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मजे की बात यह है कि जहां दोनों ही सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने दोनों सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों को समर्थन दिया था वहीं पीडीपी ने इस सीट पर अपना कोई भी उम्मीदवार खड़ा करने से इंकार कर दिया था. हालांकि मोदी लहर में यह तरकीब भी काम नहीं आई और जम्मू की दोनों लोकसभा सीट पर बीजेपी (BJP) उम्मीदवार ने पहले से ज्यादा बढ़त के साथ जीत हासिल की.

बीजेपी (BJP) को केवल जम्मू में ही नहीं बल्कि लद्दाख में भी बड़ी बढ़त हासिल हुई है. लद्दाख की एकमात्र लोकसभा सीट पर बीजेपी (BJP) के जामयांग शेरिंग नामग्याल ने 10 हजार से ज्यादा के अंतर से जीत हासिल की. हालांकि 2014 में यह जीत महज 36 वोटों की थी.

राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections) से ठीक पहले राज्य के गवर्नर ने लद्दाख को डिविजन का दर्जा दिया और लद्दाख के लिए एक विश्वविद्यालय को भी मंजूरी देकर बीजेपी (BJP) के पक्ष में लोगों को लाने का काम किया.

राज्य में बीजेपी (BJP) का प्रदर्शन 2014 जैसा ही रहा, पार्टी ने एक बार फिर 3 सीटें ही जीती हैं.

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गौरतलब है कि बीजेपी (BJP) ने अपने चुनावी घोषणापत्र में धारा 370 और अनुच्छेद 35A को हटाने का वादा किया है. माना जा रहा है कि जम्मू क्षेत्र में भाजपा के इस चुनावी वादे ने लोगों को लुभाने का काम किया. चुनाव प्रचार के दौरान क्षेत्रीय पार्टियों एनसी और पीडीपी ने धारा 370 और अनुच्छेद 35A पर ब्लैकमेल की रणनीति अपनाई थी. दोनों पार्टियों ने कहा था कि अगर धारा 370 और 35A को हाथ लगाया गया तो जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) भारत का अंग नहीं रहेगा.

माना जा रहा है कि जम्मू क्षेत्र के लोग दोनों दलों की इस बात से नाराज हो गए और उन्होंने भाजपा उम्मीदवार को अपना वोट दिया.