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कोलकाता रैली से पहले कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने लिखा ममता बनर्जी को पाती

लोकसभा चुनाव (General Elections 2019) से ठीक पहले पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक बार फिर से विपक्षी एकता की झलक देखने को मिल सकती है.

Updated on: 18 Jan 2019, 03:06 PM

नई दिल्‍ली:

लोकसभा चुनाव (General Elections 2019) से ठीक पहले पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक बार फिर से विपक्षी एकता की झलक देखने को मिल सकती है. ममता बनर्जी (mamata banerjee) को अब कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के हाथ का भी साथ मिल गया है. 19 जनवरी को कोलकाता में ममता बनर्जी की रैली कर रही हैं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को पत्र लिख कर अपने समर्थन की बात कही है.

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ये समर्थन की चिट्ठी ममता बनर्जी की रैली से एक दिन पहले लिखी है. पत्र में कहा गया है कि '' हम बंगाल के लोगों की सराहना करते हैं जो ऐतिहासिक रूप से हमारे इन मूल्यों की रक्षा करने में आगे रहे हैं.'' उन्होंने कहा, ''मैं यह एकजुटता दिखाने पर ममता दी का समर्थन करता हूं और आशा करता हूं कि हम एकजुट भारत का शक्तिशाली सन्देश देंगे. शनिवार को कोलकाता में ममता ने विपक्ष की रैली का आयोजन किया है जिसमें कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे भाग लेंगे.

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तृणमूल प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यह रैली लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा के लिये ‘मृत्यु-नाद' की मुनादी होगी. भगवा पार्टी के ‘कुशासन' के खिलाफ संयुक्त लड़ाई का संकल्प जताने के लिये कोलकाता के प्रतिष्ठित ब्रिगेड परेड मैदान में शनिवार को होने वाली इस रैली में 20 से अधिक विपक्षी दलों के शिरकत करने की संभावना है. 

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उन्होंने कहा, ‘भाजपा के कुशासन के खिलाफ यह ‘‘संयुक्त भारत रैली'' होगी. यह भाजपा के लिये मृत्युनाद की मुनादी होगी... आम चुनाव में भगवा पार्टी 125 से अधिक सीटें नहीं जीत पायेगी. राज्य की पार्टियों द्वारा जीती गयी सीटों की संख्या भाजपा की तुलना में अधिक होगी.' उन्होंने दावा किया, ‘संघीय पार्टियां यानी क्षेत्रीय पार्टियां चुनावों के बाद निर्णायक कारक साबित होंगी.'

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इस रैली में रैली में दिल्‍ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के सीएम एच डी कुमारस्वामी, आंध्रा के सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और अखिलेश यादव, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) के एम के स्टालिन के अलावा भाजपा के असंतुष्ट सांसद शत्रुघ्न सिन्हा शामिल होने वाले हैं.

लोकसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता अभिषेक मनु सिंघवी भी रैली में हिस्सा लेंगे. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अजित सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और झारखंड विकास मोर्चा के बाबूलाल मरांडी भी तृणमूल प्रमुख के साथ मंच साझा करते दिखेंगे.