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आइए जानते हैं भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ के बारे में

लखनऊ लोकसभा सीट पर 1991 से लेकर मौजूदा समय तक भारतीय जनता पार्टी का परचम रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 1991 में लखनऊ संसदीय सीट से सांसद बने थे. तब से लेकर 2014 तक इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है

Updated on: 21 Feb 2019, 03:29 PM

नई दिल्ली:

भारत के वर्तमान गृहमंत्री राजनाथ सिंह का संसदीय क्षेत्र लखनऊ है. जिसमें पांच विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. इसमें लखनऊ पश्चिम, लखनऊ उत्तर, लखनऊ पूर्व, लखनऊ मध्य और लखनऊ कैंट हैं. यहां कुल मतदाता 19 लाख 49 हजार 9 सौ 56 (19,49,956) हैं. जिसमें पुरुष मतदाता 10 लाख 52 हजार 1 सौ 71 (10,52,171) हैं. वहीं महिला मतदाता 8 लाख 97 हजार 7 सौ 85 (8,97,785) शामिल हैं. 2009 के लोकसभा चुनाव में जहां 35.30 फीसदी वोटर्स ने अपने मत का प्रयोग किया था। वहीं 2014 में रिकोर्ड तोड़ वोटर्स ने 54.35 फीसदी मतदान किया.

लखनऊ लोकसभा का राजनीतिक इतिहास

लखनऊ लोकसभा सीट पर 1991 से लेकर मौजूदा समय तक भारतीय जनता पार्टी का परचम रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 1991 में लखनऊ संसदीय सीट से सांसद बने थे. तब से लेकर 2014 तक इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है. वाजपेयी इस सीट से लगातार पांच बार सांसद निर्वाचित हुए. 2009 में बीजेपी नेता लालजी टंडन को इस सीट पर जीत मिली. जो अभी वर्तमान में बिहार के राज्यपाल हैं.
2014 के लोकसभा चुनाव में राजनाथ सिंह को यहां से जीत मिली. उन्होंने उस समय के कांग्रेस नेता रीता बहुगुणा जोशी को हराकर जीत दर्ज की थी. इसके बाद रीता बहुगुणा जोशी ने 2017 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आ गई. वर्तमान समय में वह उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री हैं.

लखनऊ लोकसभा सीट पर अब तक काबिज सांसद

प्रथम लोकसभा (1951-53) के कार्यकाल में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नेता शिवराजवती नेहरू सांसद रहीं. वह लखनऊ की पहली महिला सांसद बनीं. वह पंडित नेहरू की रिश्तेदार और स्वतंत्रता सेनानी थीं. प्रथम लोकसभा के ही दूसरे कार्यकाल (1953-57) में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विजयलक्ष्मी पंडित सांसद बनीं. वह भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की बहन थीं.

द्वितीय लोकसभा (1957-60) में इंडियन नेशनल कांग्रेस के पुलिन बिहारी बनर्जी चुनाव जीतकर सांसद बने. वह उत्तर प्रदेश प्रथम विधान सभा के विधायक बने.
तृतीय लोकसभा (1962-67) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बी.के. धवन सांसद के रूप में निर्वाचित हुए.
चौथी लोकसभा (1967-71) में आनंद नारायण मुल्ला निर्दलीय से सांसद चुने गए. वह मशहूर शायर, कवि, दार्शनिक और राजनीतिज्ञ थे.
पांचवी लोकसभा (1971-77) में कांग्रेस से शीला कौल सांसद बनीं. वह जवाहरलाल नेहरू के साले कैलाशनाथ कौल की पत्नी और इंदिरा गांधी की मामी थीं.
छठी लोकसभा (1977-80) में हेमवती नंदन बहुगुणा भारतीय लोकदल से सांसद चुने गए. वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
सातवीं लोकसभा (1980-84) और आठवीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से शीला कौल फिर से सांसद चुनीं गईं. चौथी और छठी लोकसभा चुनाव को छोड़कर इस सीट पर शुरू से ही कांग्रेस का कब्जा रहा है.
नौवीं लोकसभा (1989-90) में जनता दल से मंधाता सिंह सांसद बनीं.
1991 से लेकर 2009 तक दसवीं, ग्यारहवीं. बारहवीं, तेरहवीं और चौदहवीं लोकसभा चुनाव तक अटल बिहारी वाजपेयी का इस सीट पर कब्जा रहा.
पंद्रहवीं लोकसभा चुनाव (2009-14) में लाल जी टंडन ने जीत दर्ज की. वह वतर्मान में बिहार के राज्यपाल हैं.
सोलहवीं लोकसभा चुनाव (2014 से वर्तमान समय तक) में राजनाथ सिंह इस सीट से चुनाव जीते. वर्तमान में भारत के ग्रहमंत्री हैं.

2012 में लखनऊ संसदीय क्षेत्र के पांचों विधानसभा सीट पर चुने गए विधायक

लखनऊ संसदीय क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं. 2012 में पांच में से तान सीट पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी. जहां एक सीट कांग्रेस को मिली तो वहीं एक पर बीजेपी का भी कब्जा रहा.

लखनऊ वेस्ट विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के मोहम्मद रेहान ने जीत हासिल की.
लखनऊ नोर्थ से समाजवादी पार्टी के अभिषेक मिश्रा विधायक निर्वाचित हुए.
लखनऊ ईस्ट विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के कलराज मिश्रा विधायक चुने गए
लखनऊ सेंट्रल से समाजवादी पार्टी के रविदास मेरहोत्रा विधायक बने.
लखनऊ कैंट विधानसभा क्षेत्र से रीता बहुगुणा जोशी ने काग्रेस का परचम लहराया.

2017 में लखनऊ संसदीय क्षेत्र के पांचों विधानसभा सीट पर चुने गए विधायक

2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने लखनऊ लोकसभा संसदीय क्षेत्र के पांचों विधानसभा सीट पर परचम लहराया. पांचों सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा.

लखनऊ पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से सुरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने जीत हासिल की.
लखनऊ पूर्वी से आशुतोष टंडन विधायक निर्वाचित हुए
लखनऊ मध्य विधानसभा क्षेत्र से बृजेश पाठक ने परचम लहराया
लखनऊ उत्तरी से नीरज वोरा विधायक चुने गए
लखनऊ कैंट विधानसभा क्षेत्र से रीता बहुगुणा जोशी विधायक बनीं

लखनऊ की जनसंख्या

2011 की जनगणना के अनुसार लखनऊ की कुल जनसंख्या 45 लाख 89 हजार (45,89,000) हैं, जिसमें पुरुषों की संख्या 23 लाख 94 हजार (23,94,000) और महिलाओं की संख्या 21 लाख 95 (21,95,000) हजार हैं. कुल जनसंख्या की 71.1 प्रतिशत आबादी हिन्दुओं की है. 26.36 प्रतिशत मुस्लिम हैं. अनुसूचित जाति की संख्या जहां 14.3% हैं तो वहीं अनुसूचित जनजाति की 0.2% हैं. ब्राह्मण और राजपूत वोटर भी करीब 18 प्रतिशत हैं. ओबीसी वोटर 28 फीसदी और मुस्लिम वोटर करीब 18 फ़ीसदी हैं.

जनता की परेशानी

2014 का लोक सभा चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा गया था. लेकिन लखनऊ वासियों का कुछ खास लाभ नहीं मिला. लोग अभी भी जाम, सुरक्षा, सड़क, बिजली पानी, अनियमित कॉलोनियों का नियमितीकरण आदि परेशानी से जूझ रहे हैं. हालांकि जाम से निजात दिलाने के लिए सांसद राजनाथ सिंह ने किसान पथ का शिलान्यास किया था, जो अब जल्द पूरा हो जाएगा. इसकी वजह से रिंग रोड पर लगने वाला जाम ख़त्म हो जाएगा. इसके अलावा कई फ्लाईओवर को भी मंजूरी दी गई है, जिस पर काम शुरू होना है. शहर को स्वच्छ बनाने के लिए भी कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.