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हरियाणा में आखिरकार रिलीज हुई 'पद्मावत', स्कूली बस पर हमला करने के मामले में 18 गिरफ्तार

लंबे विरोध और हिंसा एवं आगजनी के बाद हरियाणा में 'पद्मावत' रिलीज हुई और उसे दर्शकों का अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है।

Updated on: 25 Jan 2018, 11:03 PM

highlights

  • 'पद्मावत' के विरोध में हरियाणा के गुरुग्राम में स्कूली बस पर पथराव करने के मामले में 18 गिरफ्तार
  • लंबे विरोध और हिंसा के बाद पुलिस की सुरक्षा में आखिरकार हरियाणा में रिलीज हुई 'पद्मावत'

नई दिल्ली:

लंबे विरोध और हिंसा एवं आगजनी के बाद हरियाणा में 'पद्मावत' रिलीज हुई और उसे दर्शकों का अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है।

वहीं इस फिल्म के विरोध में राजपूत संगठनों के गुरुग्राम में स्कूली बस पर किए गए हमले और एक सरकारी बस को आग लगाए जाने के मामले में पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया है।

हरियाणा के पुलिस महानिदेश बी एस संधू ने बताया, 'स्कूल बस पर हमला करने और एक सरकारी बस को आग लगाने के मामले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में केस भी दर्ज कर लिया गया है।'

संधू ने कहा कि सभी थिएटर को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई गई है।

उन्होंने कहा, 'राज्य में स्थिति शांत है। अगर कोई अवैध गतिविधि में शामिल होता है तो उसे तत्काल गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार उन सभी सिनेमाघरों को पूरी सुरक्षा दे रही हैं, जो पद्मावत दिखाने के लिए तैयार हैं।'

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हरियाणा में फिल्म रिलीज की गई है और अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा और पड़ोसी राज्य पंजाब में इस फिल्म को अच्छा रेस्पॉन्स मिला है।

हरियाणा और पंजाब के मल्टीप्लेक्स और सिनेमाघरों के अंदर और बाहर तैनात सशस्त्र पुलिसकर्मियों और निजी रक्षकों के बीच गुरुवार को फिल्म 'पद्मावत्त' की स्क्रीनिंग दर्शकों की अच्छी प्रतिक्रिया के साथ शुरू हुई।

हरियाणा के सिरसा शहर में एक सिनेमा हॉल के मालिक ने कहा, 'हम आम दिनों में रोजाना किसी फिल्म के 5-6 शो दिखाते हैं। लेकिन, अधिक मांग को देखते हुए हम पद्मावत के 12 शो कर रहे हैं।'

हरियाणा के अन्य स्थानों पर भी यह फिल्म दिखाई जा रही है, हालांकि कुछ सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स ने हिंसा के खतरों और तनाव के बीच फिल्म नहीं दिखाई।

हरियाणा की बीजेपी सरकार ने पहले राज्य में फिल्म की स्क्रीनिंग पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट न्यायालय ने प्रतिबंध पर रोक लगा दी और फिल्म को रिलीज करने का निर्देश दिया।

कोर्ट के आदेश के पहले मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्था और हरियाणा ने इस फिल्म की स्क्रीनिंग पर रोक लगा रखी थी।

कोर्ट के आदेश के बावजूद फिल्म की स्क्रीनिंग से एक दिन पहले देश के कई राज्यों में हिंसा और आगजनी को देखते हुए चार राज्यों के सिनेमाघर मालिकों ने इस फिल्म के प्रदर्शन से मना कर दिया था।

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