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बर्थ एनिवर्सिरी: स्टारडम, शोहरत और अकेलापन... कुछ ऐसी बीती गुरु दत्त की पत्नी गीता की जिंदगी

हिंदी फिल्मों की मशहूर सिंगर गीता दत्त की 23 नवंबर को 89वीं बर्थ एनिवर्सिरी है। अपनी सुरीली आवाज से उन्होंने कम उम्र में ही पहचान हासिल कर ली थी।

Updated on: 23 Nov 2018, 01:53 PM

मुंबई:

हिंदी फिल्मों की मशहूर सिंगर गीता दत्त की 23 नवंबर को 89वीं बर्थ एनिवर्सिरी है। अपनी सुरीली आवाज से उन्होंने कम उम्र में ही पहचान हासिल कर ली थी। हालांकि, उनकी जिंदगी काफी ट्रैजिक रही और गुरु दत्त की मौत ने उन्हें झकझोर दिया। बताया जाता है कि अकेलेपन और शराब की लत ने उनकी जान ले ली थी। उनकी जयंती के खास मौके पर आइये जानते हैं कुछ खास बातें...

गीता जब 16 साल की थीं, तब उन्होंने फिल्म में पहला गाना गाया था। उनकी आवाज में जादू था और यही वजह है कि एसडी बर्मन ने सिर्फ 2 लाइन सुनते ही उन्हें ब्रेक देने का फैसला कर लिया था।

गीता ने 'वक्त ने किया क्या हंसी सितम', 'एक दिन याद करोगे हमको जाने के बाद' और 'सुंदर सपना बीत गया' जैसे कई यादगार गानों को अपनी आवाज दी है।

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ऐसे हुई थी गुरु दत्त से मुलाकात

गीता और गुरु दत्त की पहली मुलाकात स्टूडियो में हुई थी। धीरे-धीरे दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया और उन्होंने शादी कर ली, लेकिन खबरों की मानें तो गुरु दत्त का वहीदा रहमान के साथ अफेयर हो गया था। इसी वजह से गीता ने उनसे रिश्ता तोड़ दिया था।

गुरु दत्त की मौत से टूट गई थीं गीता

गुरु दत्त का बहुत शराब पीना और नींद की ज्यादा गोलियां खाने से कोमा में चले जाना, गीता को झकझोर गया। 1964 में गुरु दत्त की मौत के बाद वह पूरी तरह से टूट गईं। 1971 में महज 42 साल की उम्र में गीता ने दुनिया को अलविदा कह दिया था।

गीता दत्त (फाइल फोटो)
गीता दत्त (फाइल फोटो)

स्टारडम, शोहरत और अकेलापन...

भले ही गीता ने अपनी जिंदगी में नाम, पहचान और शोहरत हासिल की हो, लेकिन उन्हें अकेलेपन का सामना करना पड़ा। उनकी आवाज में एक कशिश थी, एक दर्द था, जो दर्शकों के दिल को छू जाता था। यही वजह है कि लोग आज भी उनके गीतों को गुनगुनाते हैं।