रजनीकांत तो नहीं, लेकिन जयललिता,एमजीआर, एनटीआर ने सिनेमा से सियासत तक खेली शानदार पारी
आइए हम आपको बताते हैं, ऐसे ही कुछ कलाकारों के नाम, जिन्होंने सिनेमा में अपना नाम कमाने के बाद राजनीति में भी अपना परचम लहराया।
नई दिल्ली:
सुपरस्टार रजनीकांत 8 साल के ब्रेक के बाद सोमवार को चेन्नई में अपने फैंस से मिले। इस दौरान उन्होंने राजनीति में आने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि मैं अभी कोई पार्टी ज्वाइन नहीं करूंगा, लेकिन ईश्वर ने चाहा तो राजनीति में जरूर आउंगा।
खैर, ऐसा पहली बार नहीं है, जब दक्षिण भारत से किसी अभिनेता के नेता बनने की बात सामने आई हो। इससे पहले भी साउथ के कलाकार सिनेमा से सियासत की पारी खेल चुके हैं।
आइए हम आपको बताते हैं, ऐसे ही कुछ कलाकारों के नाम, जिन्होंने सिनेमा में अपना नाम कमाने के बाद राजनीति में भी अपना परचम लहराया।
और पढ़ें: 8 साल बाद रजनीकांत से मिले फैन्स, राजनीति में न उतरने की बाद दोहराई
मेगास्टार रजनीकांत एक तमिल एवं हिन्दी फिल्म अभिनेता हैं। दक्षिण भारत में इन्हें भगवान की तरह पूजा जाता है। हम, कबाली, रोबोट, शिवाजी द बॉस हैं। शिवाजी द बॉस भारतीय सिनेमा के इतिहास की पहली फिल्म बनी जिसमें हॉलीवुड की रेजोल्यूशन तकनीक का इस्तेमाल किया गया। रजनीकांत को खास शैली और अनोखे अंदाज के लिए जाना जाता है। कुछ समय पहले भी अटकले थीं कि वह राजनीति की ओर रुख कर सकते हैं।
2. एमजीआर
साउथ सुपरस्टार एमजीआर ने सिनेमा की उंचाईयों को छूने के साथ ही दक्षिण भारत की राजनीति को एक नया आयाम दिया है।
अन्ना द्रमुक के संस्थापक एमजीआर ने वर्ष 1977 से 1987 तक तमिलनाडु की सत्ता में अपना वर्चस्व कायम किया है। इन दस वर्षों में उन्होंने सत्ता के गलियारों में अपनी खास जगह बनाने के साथ ही वहां की जनता का विश्वास जीता।
दिवंगत जे जयललिता दक्षिण भारतीय राजनीति का वो चमकता सितारा, जो जब तक जिंदा रहा अपने करिश्माई व्यक्त्वि की चमक बिखेरता रहा। तमिलनाडु की राजनीति में अन्ना द्रमुक पार्टी में वह तीन बार मुख्यमंत्री की बागडोर संभाल चुकी हैं। हिंदी फिल्म इज्जत के अलावा उन्होंने वेन्निरा आदिय, चिन्नादा गोम्बदे, अनबाई थेड़ी, कुमारी कोट्टम उनकी मुख्य फिल्में रहीं।
एन.टी.रामाराव अभिनेता, फिल्ममेकर, डायरेक्टर, एडिटर और राजनेता होने के साथ ही तीन बार आंध्र प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुए। एनटीआर ने तीन नेशनल फिल्म अवॉर्ड अपने नाम किए हैं। उन्होंने 1970 में Kodalu Diddina Kapuram और 1972 में तेलुगू फिल्म Badi Panthulu के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड अपने नाम किया है।
तेलुगु एवं हिन्दी फिल्मों के अभिनेता चिरंजीवी का वास्तविक नाम है, कोणिदेल शिव शंकर वर प्रसाद। इन्होंने साउथ फिल्में तीन हिन्दी फिल्मों में काम किया है। फिल्मी पारी खेलने के बाद चिरंजीवी ने अपना रुख राजनीति की ओर कर लिया। हालांकि वह इस क्षेत्र में खासा सक्रिय नहीं हैं।
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी