वाराणसी से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ ताल ठोक सकते हैं विहिप के ये पूर्व अध्यक्ष
यूपी में वाराणसी लोकसभा सीट पर दिग्गज नेताओं के बीच महामुकाबला देखने को मिलेगा.
नई दिल्ली:
देश में लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) का बिगुल बज चुका है. छोटी से लेकर बड़ी राजनीतिक पार्टियां अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर रही हैं. यूपी में वाराणसी लोकसभा सीट पर दिग्गज नेताओं के बीच महामुकाबला देखने को मिलेगा. इस सीट से एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी मैदान में हैं तो दूसरे तरफ अंतराराष्ट्रीय विश्व परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ताल ठोक सकते हैं.
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बता दें कि प्रवीण तोगड़िया ने कहा था कि उनकी नवगठित पार्टी देशभर में करीब 100 लोकसभा सीटों पर चुना लड़ेगी, जिनमें गुजरात की 15 सीटें भी शामिल हैं. उन्होंने हाल में हिंदुस्तान निर्माण दल (एचएनडी) पार्टी बनाई है और पार्टी ने अपने 41 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. साथ ही उन्होंने कहा कि वह यूपी में वाराणसी, अयोध्या या फिर मथुरा से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. तोगड़िया ने कहा कि उनके दल का मुख्य मुद्दा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कराना, कृषि उत्पाद के लिए बेहतर मूल्य और कृषि पर केंद्रित रोजगार पैदा करना है.
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सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा 24 घंटे में मंदिर निर्माण मामला सुलझाने के दावे पर विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा था कि सरकार बनने के बाद योगी को कई 24 घंटे दिए जा चुके हैं. अगर वह गंभीर है तो प्रधानमंत्री से संसद में अध्यादेश लाने को कहें. प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि सीएम अपने गुरु के सपने को पूरा करने के लिए मेरे साथ आएं अन्यथा बयान बाजी बंद करें. वहीं, तोगड़िया ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा, मोदी सरकार ने राम मंदिर मामले में देश के हिन्दुओं का विश्वास तोड़ा है. केंद्र सरकार ने किसानों और युवाओं के साथ भी छलावा किया है.
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उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आज कहा कि देश में नई शिक्षा नीति तैयार है. आरएसएस सरकार से शिक्षा नीति तैयार करवा सकती है तो साढ़े चार वर्षों में आरएसएस ने पीएम मोदी से राम मंदिर कानून क्यों नहीं बनवाया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साढ़े चार वर्षो के शासन में 52 हजार किसानों ने आत्महत्याएं की और किसानों पर 12 लाख करोड़ का कर्ज है. इसे दूर क्यों नहीं किया गया. उन्होंने कहा, केंद्र में बहुमत की सरकार होने बावजूद किये गये वादों को पूरा नहीं करने के लिए भाजपा को देश से माफी मांगनी चाहिए.
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