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छत्तीसगढ़ में आदिवासी चेहरे पर बीजेपी का दांव, विष्णुदेव साय होंगे राज्य के नए मुख्यमंत्री

Chhattisgarh New CM: बीजेपी ने रविवार को छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया. इस बार बीजेपी ने राज्य की बागडोर आदिवासी समाज से आने वाले विष्णु देव साय के हाथ में सौंपने का फैसला लिया है.

Updated on: 12 Dec 2023, 06:45 AM

highlights

  • विष्णुदेव साय होंगे छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री
  • विधायक दल की बैठक में लगी नाम पर मुहर
  • आदिवासी समुदाय से आते हैं विष्णुदेव साय

 

नई दिल्ली:

Chhattisgarh New CM: बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया. छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय होंगे. आदिवासी समाज से आने वाले विष्णु देव साय का नाम रविवार को हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में तय किया गया. इस बार बीजेपी ने राज्य में आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लेकर सभी को चौंका दिया. हालांकि इससे पहले ही अनुमान लगाया जा रहा था कि अगर बीजेपी रमन सिंह को मुख्यमंत्री नहीं बनाती तो वह ओबीसी या फिर आदिवासी समुदाय से आने वाले किसी नेता को छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनाएगी. रविवार को आखिरकार विष्णुदेव साय के नाम मुहर लगा दी गई और अब वह राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे. इसके साथ ही राज्य में दो उपमुख्यमंत्री भी होन की खबरें सामने आ रही हैं.

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मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल इन नेताओं के नाम

राज्य में बड़े दावेदारों की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, गोमती साय, राम विचार नेताम, अरुण साव के नाम सबसे ऊपर चल रहे थे. राजनीतिक विश्लेषकों ने पहले ही यह अंदेशा जताया था कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री को लेकर चौंकायेगी. और ऐसा ही हुआ. केंद्रीय नेतृत्व ने विष्णु देव साय को प्रदेश की कमान सौंपकर सभी को चौंका दिया.  ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य के प्रभारी ओम माथुर ने भी चुनाव के दौरान एक बात कही थी कि जो भी मुख्यमंत्री बनेगा, वह नाम चौंकाने वाला होगा.

साय ने जताया पार्टी का आभार

छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगने के बाद विष्णुदेव साय ने पार्टी आभार जताया. उन्होंने कहा, "आज, मुझे सर्वसम्मति से विधानसभा के नेता के रूप में चुना गया है, मैं पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभारी हूं कि उन्होंने अपना योगदान दिया और मुझ पर विश्वास जताया."

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एसटी के लिए आरक्षित 29 में से 17 सीटों पर जीती बीजेपी
बता दें कि छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजाति यानी एसटी के लिए कुल 29 सीटें आरक्षित हैं. जिनमें से इस बार बीजेपी ने 17 सीटों पर जीत दर्ज की है. राज्य में आदिवासी समुदाय की कुल हिस्सेदारी 32 फीसदी है. इससे पहले साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 29 में से मात्र तीन सीटों पर ही जीत दर्ज की थी. इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने आदिवासी बहुल सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर जीत हासिल की है. बता दें कि साल 2018 के चुनाव में सरगुजा संभा की सभी 14 आदिवासी सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी और राज्य में सरकार बनाई थी, लेकिन इस बार बीजेपी ने इस संभाग की सभी सीटें जीत कर राज्य की सत्ता में एक बार फिर से वापसी कर ली.

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गौरतलब है कि विष्णु देव साय, रेणुका सिंह, रामविचार नेताम और गोमती साय इसी संभाग से आते हैं. जबकि अरुण साव और ओपी चौधरी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से आते हैं. ये दोनों नेता भी राज्य में मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल थे. बता दें कि छत्तीसगढ़ में ओबीसी समुदाय की हिस्सेदारी 45 फीसदी है. इस बार बीजेपी ने राज्य की कुल 90 सीटों में से 54 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने 68 सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार कांग्रेस सिर्फ 35 सीटें जीतने में ही सफल रही.