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Delhi Assembly election 2020 : अपने ही परिवार का वोट नहीं पा सकेंगे ये सभी दिग्गज नेता

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन वह और उनका परिवार चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र में मतदाता हैं. इसी तरह मनीष सिसोदिया पटपड़गंज से चुनान लड़ रहे हैं लेकिन वो लक्ष्मी नगर के वोटर हैं.

Updated on: 04 Feb 2020, 12:33 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2020) का बिगुल बज चुका है, ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टीयां जोर-शोर से चुनावी प्रचार में जुट चुकी हैं. दिल्ली की सल्तनत पर बैठने के लिए हर पार्टी कमर कस कर चुनावी मैदान में उतर गई है और जनता तमाम लुभावने वादें कर रही है. हालांकि अब ये चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा की देश की राजधानी की सत्ता पर दोबारा आम आदमी पार्टी (AAP) की वापसी होगी या फिर बीजेपी और कांग्रेस बैठेगी. बता दें कि दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 11 फरवरी को नतीजे आएंगे.

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दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए हर पार्टी के उम्मीदवार ने जनता का दिल जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. लेकिन कुछ दिग्गज नेता ऐसे भी है जिन्हें अपने परिवार का वोट नहीं मिल पाएगा. दरअसल, ये उम्मीदवार चुनाव लड़ किसी और क्षेत्र से रही है लेकिन उनका मतदाता क्षेत्र कोई और है.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की बेटी शिवानी चोपड़ा समेता बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कई उम्मीदवार इस लिस्ट में शामिल हैं. इसका कारण है कि वो जिस विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं, वहां के मतदाता सूची में उनका नाम शामिल नहीं है.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन वह और उनका परिवार चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र में मतदाता हैं. इसी तरह मनीष सिसोदिया पटपड़गंज से चुनान लड़ रहे हैं लेकिन वो लक्ष्मी नगर के वोटर हैं. आप के ही दूसरे नेता दिलीप पांडेय भी घोंडा विधानसभा क्षेत्र से मतदाता हैं लेकिन वो तिमारपुर से चुनाव लड़ रहे हैं.

इसी तरह बीजेपी के हरिनगर सीट से बीजेपी उम्मीदवार तेजिंदर सिंह बग्गा तिलकनगर विधानसभा क्षेत्र में मतदाता हैं. अलका लांबा भी उम्मीदवार तो चांदनी चौक से हैं, मगर मतदाता मादीपुर विधानसभा की हैं, इनका परिवार भी इन्हे वोट नहीं दे पाएगा.

वहीं आम आदमी का 'झाड़ू' छोड़कर बीजेपी का 'कमल' थामने वाले कपिल मिश्रा मॉडल टाउन विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन वो और उनका परिवार घोंडा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता हैं.

बता दें कि विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार का उस प्रदेश में मतदाता होना जरूरी है, जिस प्रदेश में वह चुनाव लड़ रहा है। लोकसभा में देश में कही के भी मतदाता हो आप किसी भी प्रदेश की लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।

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गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को पार्टी का घोषणा पत्र जारी करेंगे. घोषणापत्र में महिला सुरक्षा और वायु गुणवत्ता पर नियंत्रण के साथ-साथ अन्य मुद्दे शामिल होंगे. एक आप नेता ने बताया कि घोषणापत्र में आम आदमी के मुद्दों पर फोकस किया जाएगा. दिल्ली विधानसभा चुनाव के शीर्ष तीन प्रतिद्वंद्वियों में से कांग्रेस और बीजेपी अपने-अपने घोषणापत्र पहले ही जारी कर चुके हैं.