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अमेरिका ने मुद्रा निगरानी सूची से भारतीय रुपये को हटाया, चीन बरकरार

अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और विनिमय दर नीतियों पर अमेरिकी कांग्रेस में पेश रिपोर्ट में राजस्व विभाग भारत और स्विट्जरलैंड को संभावित संदेहास्पद विदेशी मुद्रा विनिमय नीति वाले देशों की पिछली मुद्रा निगरानी सूची से हटा दिया है.

Updated on: 29 May 2019, 01:52 PM

highlights

  • अमेरिकी राजस्व विभाग ने मुद्रा निगरानी सूची में से भारत को हटाया
  • हालांकि अमेरिका (US) ने चीन को अभी इस सूची में रखा हुआ है
  • चीन से लगातार कमजोर मुद्रा से बचने के लिए जरूरी कदम उठाने का आग्रह

वॉशिंगटन:

अमेरिका के राजस्व विभाग ने प्रमुख व्यापारिक साझेदारों की अपनी मुद्रा निगरानी सूची में से भारत को हटा दिया है. अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और विनिमय दर नीतियों पर अमेरिकी कांग्रेस में पेश अपनी अर्धवार्षिक रिपोर्ट में विभाग ने मंगलवार को भारत और स्विट्जरलैंड को संभावित संदेहास्पद विदेशी मुद्रा विनिमय नीतियों वाले देशों की अपनी पिछली मुद्रा निगरानी सूची से हटा दिया है.

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मुद्रा निगरानी सूची में चीन बरकरार
अमेरिका ने चीन, जापान, जर्मनी, स्विट्जरलैंड और दक्षिण कोरिया के साथ भारत को भी पिछले साल अक्टूबर में अपनी द्विवार्षिक मुद्रा निगरानी सूची में शामिल किया था. अमेरिका ने हालांकि चीन को अभी भी इस सूची में रखा हुआ है. उन्होंने चीन से लगातार कमजोर मुद्रा से बचने के लिए जरूरी कदम उठाने का आग्रह किया है.

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अमेरिका के राजस्व विभाग के सचिव स्टीवन मनचिन ने एक बयान में कहा कि राज्य विभाग चीन से लगातार कमजोर हो रही मुद्रा से बचने के लिए जरूरी कदम उठाने का आग्रह कर रहा है. विभाग की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, मुद्रा निगरानी सूची में चीन के साथ-साथ जापान, दक्षिण कोरिया, जर्मनी, आयरलैंड, इटली, मलेशिया, वियतनाम और सिंगापुर भी हैं.