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विराट कोहली के अंडर-15 खिलाड़ी से भारतीय टीम के कप्तान बनने तक का कैसा रहा सफर, जानिए

विराट कोहली क्रिकेट के तीनों फोर्मेट में एक ज़बरदस्त बल्लेबाज हैं, एक उम्दा फील्डर है और उन्होंने खुद को एक बेहतरीन लीडर/कैप्टन भी साबित करके दिखा दिया है।

Updated on: 05 Nov 2017, 12:27 PM

highlights

  • विराट कोहली की कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप जीता था भारत ने
  • 2008 में पहली बार भारतीय टीम में मिला मौका
  • 2012 में चुने गए थे साल के सर्वश्रेष्ठ वनडे प्लेयर

नई दिल्ली:

विराट कोहली क्रिकेट की दुनिया का ऐसा नाम बन गया है जिसे नजरअंदाज करने के बारे में दुनिया की कोई भी टीम या कोच सोच भी नहीं सकते। एक ऐसा स्पोर्ट्समैन जिसके लिए हर विरोधी टीम एक अलग से स्पेशल स्ट्रेटजी तैयार करती है।

विराट कोहली क्रिकेट के तीनों फोर्मेट में एक ज़बरदस्त बल्लेबाज हैं, एक उम्दा फील्डर है और उन्होंने खुद को एक बेहतरीन लीडर/कैप्टन भी साबित करके दिखा दिया है। आज देश-विदेश में कोहली को महान खिलाड़ियों की श्रेणी मे गिनते हैं।

आज दुनिया भर में कोहली एक महान बल्लेबाज बने है तो इसके पीछे कई लोगों की मेहनत है। आइए जानते हैं अंडर 15 से भारतीय टीम के कप्तान बनने तक कोहली का सफर कैसा रहा।

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विराट कोहली 2002 में अंडर 15 के लिए क्रिकेट मैच खेलते थे इसके बाद वे 2004 में अंडर 17 के लिए चुन लिए गये जहा पर अपने जबर्दस्त प्रदर्शन के बदौलत 2006 में विराट कोहली अंडर 19 में सेलेक्सन हो गया और पहली बार विदेशी दैरे पर गए।

विदेशी धरती पर पहला मैच इंग्लैंड के साथ हुआ जहा विराट कोहली ने तीन एकदिवसीय मैचो में 105 रन बनाये।

पिता के निधन की खबर सुनने के बाद भी खेलते रहे
विराट 2006 में ही कर्नाटक के खिलाफ खेल रहे थे की अचानक उनके पिता की मृत्यु की खबर आई। विराट ने खेलना जारी रखा और इस मैच में 90 रन की पारी

विराट की कप्तानी में अंडर 19 विश्वकप जीता
2008 में इनकी कप्तानी में भारतीय टीम को अंडर 19 विश्वकप जीता और यही इनके करियर का टर्निंग पॉइंट था। अपने प्रदर्शन के दम पर विराट अब हर न्यूज़ अख़बार के सुर्खिया बन चुके थे।

इसके बाद 2008 में पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने और अपने अंतराष्ट्रीय मैच की शुरुआत श्रीलंका के खिलाफ किया जहां पर अपने पहले मैच में विराट कोहली ने 12 रन बनाये और इस सीरीज में अपना पहला अर्धशतक भी लगाया इसके बाद विराट कोहली को कई मैच में में चयन तो होता था लेकिन दिग्गज खिलाडियों के चलते इन्हें खेलने का मौका नही मिल पाता था।

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लेकिन 2010 में भारतीय एकदिवसीय मैच के उपकप्तान के रूप में विराट कोहली को खेलने का मौका मिला जहा पर विराट कोहली ने अपने सबसे तेज 1000 एक दिवसीय रन पूरा किये और इसके बाद 5000 सबसे तेज रन बनाने वाले खिलाडी विराट कोहली बने जिनके प्रदर्शन की वजह से 2012 से ICC की तरफ से बेस्ट ODI Player of the Year चुना गया।

इसके बाद कोहली ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। विराट लगातार एक के बाद एक शतक और अर्धशतक लगाते रहे। विराट को धोनी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाने लगा। उन्हें पहले टेस्ट और फिर वनडे और t20 का कप्तान बनाया गया।

विराट का बतौर बल्लेबाज अब तक का प्रदर्शन

विराट कोहली ने भारत के लिए अब तक 60 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 49.55 की औसत से 4658 रन बनाए हैं। विराट ने इस दौरान 17 शतक और 14 अर्धशतक लगाए हैं जबकि उनके नाम 4 दोहरा शतक भी है।

वहीं वनडे में कोहली ने 202 मैच खेले हैं जिसमें 55 की औसत से 9030 रन बनाए हैं। कोहली ने वनडे में 32 शतक और 45 अर्धशतक लगाए हैं। T20 में भी कोहली का प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने भारत के लिए 54 T20 में 1943 रन बनाए हैं। 90 रन उनका सर्वाधिक स्कोर है।

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