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Ind vs WI: वेस्टइंडीज के खिलाफ कुलदीप ने 5 विकेट झटक बनाया रिकॉर्ड, ऐसा करने वाले पहले गेंदबाज बने

वह दुनिया के सातवें गेंदबाज बन गए हैं जिन्होंने क्रिकेट के तीनों प्रारुपों में पांच विकेट हासिल किए हैं. वह इससे पहले वनडे और टी-20 में पांच विकेट ले चुके हैं.

Updated on: 06 Oct 2018, 11:37 PM

नई दिल्ली:

राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट में भारतीय चायनामैन स्पिनर कुलदीप यादव ने वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ पहले टेस्ट में शुक्रवार को अपना पहला टेस्ट क्रिकेट करियर का 5 विकेट हॉल हासिल किया. इसके साथ ही कुलदीप अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारुपों में 5 विकेट लेने वाले पहले भारतीय स्पिनर का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है.

कुलदीप दुनिया के पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने यह कारनामा एक क्रिकेट कैलेंडर के अंदर किया है.

कुलदीप यादव से पहले भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार यह कारनामा कर चुके हैं. भुवनेश्वर ने यह कारनामा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहान्सबर्ग टी20 में पांच विकेट लेकर किया था.

वह दुनिया के सातवें गेंदबाज बन गए हैं जिन्होंने क्रिकेट के तीनों प्रारुपों में पांच विकेट हासिल किए हैं. वह इससे पहले वनडे और टी-20 में पांच विकेट ले चुके हैं.

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वहीं तीनों प्रारुपों में 5 विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में श्री लंका के लसिथ मलिंगा, अजंता मेंडिस, पाकिस्तान के उमर गुल, न्यूजीलैंड के टिम साउदी और दक्षिण अफ्रीका के लेग स्पिनर इमरान ताहिर भी शामिल हैं.

टेस्ट मैच में पहली बार पांच विकेट लेने के बाद कुलदीप यादव ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट उनके दिल के काफी करीब है और वह इसमें लंबे समय तक खेलना चाहते हैं.

23 वर्षीय कुलदीप ने वेस्टइंडीज के खिलाफ यहां खेले गए पहले टेस्ट मैच में 57 रन देकर पहली बार टेस्ट क्रिकेट में पांच विकेट अपने किया है.

कुलदीप ने मैच के बाद कहा, 'इंग्लैंड से आने के बाद मैं अपने कोच से मिला और उनके साथ मैंने तीन-चार दिन तक लाल गेंद से अभ्यास किया. मेरे लिए यह मुश्किल था क्योंकि सफेद गेंद से खेलने के बाद लाल गेंद की लय खो देते हैं. लेकिन जब आप टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं तो आपको गेंद को हवा में छोड़नी होती है ताकि बल्लेबाज उस पर चांस ले सके.'

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उन्होंने कहा, 'टेस्ट क्रिकेट मेरे दिल के काफी करीब है और मैं इसमें लंबे समय तक खेलना चाहता हूं. इंग्लैंड में परिस्थितियां अलग थीं. मैं वहां गुड लेंथ पर गेंद करने के बारे में सोच रहा था लेकिन उस समय मुझे ड्यूक की लाल गेंद से गेंदबाजी का अभ्यास नहीं था.'

गौरतलब है कि इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लॉर्डस टेस्ट मैच में एक भी विकेट नहीं लेने के बाद कुलदीप को स्वदेश भेज दिया गया था और इंडिया-ए टीम के साथ प्रथम श्रेणी के मैच खेलने को कहा गया था.