logo-image

राहुल गांधी आज होंगे बस्तर के दौरे पर, कई योजनाओं और विकास कार्यों का करेंगे लोकार्पण

राहुल गांधी के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रीमंडल के अन्य सहयोगी भी आज बस्तर जिले के लोहण्डीगुड़ा विकासखण्ड के धुरागांव में आयोजित विशाल आदिवासी कृषक अधिकार सम्मेलन में शामिल होंगे.

Updated on: 16 Feb 2019, 09:19 AM

बस्तर:

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज शनिवार को आदिवासी कृषक अधिकार सम्मेलन में शामिल होने के लिए बस्तर के धुरागांव में होंगे. राहुल गांधी के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रीमंडल के अन्य सहयोगी भी आज बस्तर जिले के लोहण्डीगुड़ा विकासखण्ड के धुरागांव में आयोजित विशाल आदिवासी कृषक अधिकार सम्मेलन में शामिल होंगे. लोहण्डीगुड़ा क्षेत्र के 1707 किसानों को जमीन वापसी और ऋण वापसी का प्रमाण पत्र दिया जाएगा.

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी, राहुल गांधी समेत नेताओं ने दी 40 शहीदों को श्रद्धांजलि, देखें भावुक करने वाली तस्वीरें

इसके अलावा राहुल गांधी 131 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का होगा लोकार्पण और भूमिपूजन भी करेंगे. बता दें कि किसानों की जमीन का अधिग्रहण टाटा इस्पात संयंत्र के लिए किया गया था.बताया जा रहा है कि बस्तर संभाग के एक लाख 17 हजार 218 किसानों से 2500 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदे गए धान की राशि एक हजार 328 करोड़ रुपए का भुगतान किया होगा. इसके साथ ही एक लाख 40 हजार 479 किसानों के 582 करोड़ रुपए के कर्जमाफी दस्तावेज प्रदान करेंगे. इस मौके पर वे कोण्डागांव में 105 करोड़ रुपए की लागत से प्रस्तावित मक्का प्रसंस्करण केन्द्र का भी शिलान्यास होना है.

राहुल गांधी सम्मेलन में संभाग के 1834 हितग्राहियों को व्यक्तिगत वनाधिकार पत्र तथा 261 सामुदायिक वनाधिकार पत्र भी प्रदान करेंगे. इस अवसर पर वेदमाता कृषक कल्याण समिति बारदा तथा जय बूढ़ादेव कृषक कल्याण समिति उरन्दाबेड़ा के किसानों को ट्रेक्टर, कल्टीवेटर, सीड ड्रिल, थ्रेसर, रिपर,स्प्रेयर प्रदान किया जाएगा.

यह भी पढ़ें: Pulwama Attack : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा- पूरा विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है

राहुल गांधी सम्मेलन में 21 करोड़ 75 लाख रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे. इनमें 8 करोड़ 90 लाख रुपए की लागत से सुकमा और धुरागांव में स्थापित फूड पार्क, टेकनार और लखनपुरी में 6 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से स्थापित लघु उद्योग केन्द्र, 5 करोड़ 86 लाख रुपए की लागत से जगदलपुर में स्थापित प्लग टाईप वेजीटेबल सीडिलिंग प्रोडक्शन इकाई और 24 लाख रुपए की लागत से बस्तर और तोकापाल में स्थापित काजू प्रसंस्करण केन्द्र शामिल है. इसी प्रकार लोहण्डीगुड़ा में डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से स्थापित किए जाने वाले लघु वनोपज प्रसंस्करण केन्द्र ,दो करोड़ 85 लाख रुपए की लागत से कांगेर नाला और उधीरनाला में बनाए जाने वाले 5 पुलों का भूमिपूजन भी करेंगे.