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बंद होने जा रहा है 140 साल पुराना रेल वर्कशॉप (Rail Workshop), जानें क्या है वजह

भारतीय रेलवे (Indian Railway) परेल वर्कशॉप (Parel Workshop) को बंद करने की योजना बना रहा है. बता दें कि सोमवार को मध्य रेल प्रशासन ने परेल वर्कशॉप के 715 अधिकारियों और कर्मचारियों का बडनेरा में अस्थायी तौर पर ट्रांसफर करने का निर्णय लिया है.

Updated on: 25 Sep 2019, 12:12 PM

नई दिल्ली:

मौजूदा आर्थिक मंदी (Economic Slowdown) की वजह से देश के कई सेक्टर्स काफी प्रभावित हुए हैं. कंपनियां बंद होने के कगार पर भी पहुंच चुकी है, तो कई बंद भी हो चुकी हैं. गौरतलब है कि अभी हाल में 178 साल पुरानी ब्रिटिश कंपनी थामस कुक मंदी की चपेट में आने की वजह से बंद हो गई. वहीं अब भारतीय रेलवे (Indian Railway) परेल वर्कशॉप (Parel Workshop) को बंद करने की योजना बना रहा है. बता दें कि सोमवार को मध्य रेल प्रशासन ने परेल वर्कशॉप के 715 अधिकारियों और कर्मचारियों का बडनेरा में अस्थायी तौर पर ट्रांसफर करने का निर्णय लिया है.

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ट्रांसफर होने की स्थिति में रिटायर हो सकते हैं कुछ कर्मचारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रेल कर्मचारियों का कहना है कि एक वो दौर था जब परेल वर्कशॉप में हजारों कर्मचारी काम किया करते थे. मौजूदा समय में काफी कम कर्मचारी रह गए हैं और उनका भी ट्रांसफर किया जा रहा है. उनका कहना है कि अगर ये ट्रांसफर होते हैं तो कुछ कर्मचारी रिटायर हो सकते हैं. रेल कर्मचारियों के अंदर रेल प्रशासन के फैसले को लेकर काफी नाराजगी है.

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रेल प्रशासन परेल वर्कशॉप को बंद करना चाह रहा है. इसके लिए प्रशासन काफी समय से योजना भी बना रहा है. नेशनल रेलवे मजदूर यूनियन के महासचिव वेणु नायर का कहना है कि परेल वर्कशॉप के 715 कर्मचारियों और अधिकारियों के ट्रांसफर का फैसला काफी गलत निर्णय है. उन्होंने रेलवे से इस फैसले को वापस लेने की मांग की है. ट्रांसफर होने वाले कर्मचारियों में 10 एसएसई, 10 जेई, 500 टेक्नीशियन-1, 5 सीनियर क्लर्क, 10 जूनियर क्लर्क और 180 हेल्पर शामिल हैं.