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बिहार में NDA के खिलाफ नए महागठबंधन में शामिल हुए कुशवाहा, तेजस्वी ने पीएम मोदी और नीतीश को घेरा

लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बिहार में मनमाफिक सीट नहीं मिलने पर एनडीए का साथ छोड़ चुके राष्ट्रीय लोकसमता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन का दामन थाम लिया है

Updated on: 20 Dec 2018, 07:02 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बिहार में मनमाफिक सीट नहीं मिलने पर एनडीए का साथ छोड़ चुके राष्ट्रीय लोकसमता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन का दामन थाम लिया है. कांग्रेस के बड़े रणनीतिकार और सोनिया गांधी के बेहद करीबी अहमद पटेल ने इसका ऐलान किया. उन्होंने कहा यह महागठबंधन के लिए खुशी की बात है. इसके बाद बिहार के नेता विपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कुशवाहा का स्वागत करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा जिस तरह से देश में अघोषित आपातकाल है वैसे ही अपने सहयोगी पार्टियों के साथ भी तानाशाही करते हैं. हमारी लड़ाई देश और संविधान को बचाने की है. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा, हमारे चाचा नीतीश कुमार ने बिहार में मिले बहुमत का बलात्कार कर लिया. 

वहीं एनडीए छोड़कर महागठबंधन में शामिल हुए उपेंद्र कुशवाहा ने पहले तो तेजस्वी यादव और राहुल गांधी की जमकर तारीफ की और उसके बाद पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा एनडीए में मेरा अपमान हुआ और पीएम मोदी के कथनी और करनी में बड़ा फर्क देखा. बिहार के गरीब लोगों की आवाज को उठाते देख बीजेपी मेरी पार्टी को तोड़ने में लग गए जिसमें सबसे बड़ी भूमिका नीतीश कुमार की है जो चाहते हैं कि मैं कमजोर हो जाउं ताकि सामाजिक न्याय की बात न कर सकूं, उन्होंने मुझे बर्बाद करने की कसम खा ली है.

कुशवाहा ने कहा- मोदी ने कहा था पढ़ाई, दवाई और कमाई के लिए लोगों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा लेकिन आज भी बिहार के लोगों को दूसरे राज्यों में अपमानित होना पड़ रहा है क्योंकि बिहार में नीतीश सरकार ने लोगों के लिए कुछ नहीं किया. बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था बदतर हो चुकी है जिसके लिए मैं कई सालों से अभियान चला रहा हूं. नीतीश कुमार ने मुझे नीच कहकर मेरा अपमान किया लेकिन मैंने उसे सहकर भी कहा कि अगर वो 25 सूत्री मांगों को सरकार मान लेती है तो मैं सबकुछ भूल कर साथ हो जाउंगा.

सूत्रों की मानें तो मनचाहा सीट नहीं मिलने से नाराज एनडीए छोड़ चुके उपेंद्र कुशवाहा को महागठबंधन में 4-5 सीट मिल सकती है. आरएलएसपी की काराकाट, सीतामढ़ी, जहानाबाद, मोतिहारी और चतरा की सीटों पर दावेदारी इसके साथ ही गोपालगंज के सीट पर भी आरएलएसपी की नजर है.

बिहार में महागठबंधन की सीटों के संभावित तालमेल कुछ ऐसा हो सकता है-
कांग्रेस-8-12 सीटें
आरजेडी-18-20 सीटें
रालोसपा-4-5 सीटें
सीपीएम,सीपीआई,सीपीआई(माले)-1 सीट.
हम(मांझी)-1-2 सीटें

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने बताया कि आज 4 बजे (बिहार महागठबंधन के नेताओं) बैठक होगी. सीट शेयरिंग को लेकर वरिष्ठ नेता बैठक करने वाले हैं. मेरा मानना है कि राहुल जी ने उन्हें बिहार में लोकसभा चुनावों के लिए सीट साझा करने पर प्रारंभिक चर्चा करने के लिए बुलाया है.

आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि सीटों पर फैसला महागठबंधन की कोर कमिटी की बैठक में आज आ जाएगी. बिहार में आरजेडी बड़े भाई की भूमिका में हैं. अगर यहां आरजेडी नहीं होगी तो सब खत्म हो जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा जनप्रभाव ज्यादा है इसलिए दावेदारी भी ज्यादा होगी. इसके साथ ही कहा कि उपेंद्र कुशवाहा भी महागठबंधन का हिस्सा होंगे. 

बता दें कि बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पहले आरएलएसपी ने बीजेपी का साथ छोड़कर महागठबंधन में जाने का ऐलान कर दिया, वहीं अब लोकजनशक्ति पार्टी ने भी बीजेपी को घुड़की दी है. एलजेपी नेता चिराग पासवान ने कहा कि टीडीपी और आरएलएसपी के एनडीए से अलग होने के बाद गठबंधन नाजुक दौर से गुजर रहा है. ऐसे में बीजेपी गठबंधन में बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मान पूर्वक तरीके से दूर करें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं कर रही है और अगर ऐसा ही तो रहा तो यह नुकसानदायक साबित हो सकता है.

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