logo-image

हरियाणा में चरम पर चुनाव प्रचार, धुंआधार रैलियां करेंगे प्रधानमंत्री मोदी- राहुल गांधी

दोनों नेताओं के बीच ये चुनावी दंगल रविवार को महाराष्ट्र से शुरू हुआ जहां पीएम मोदी ने जलगांव और बांद्रा के साकोली में रैली की तो वहीं राहुल गांधी ने मुंबई के कांदिवली विधानसभा क्षेत्र जनसभा को संबोधित किया

Updated on: 14 Oct 2019, 09:38 AM

नई दिल्ली:

हरियाणा-महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार चरम पर है. बीजेपी की तरफ से जहां अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह रैलियों को संबोधित कर रहे हैं तो वहीं कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी भी अलग-अलग जगहों पर रैलियां कर लोगों का दिल जीतनवे की कोशिश कर रहे हैं. इसी कड़ी में आज यानी सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा के बल्लभगढ़ में जनसभा को संबोधित करेंगे. वहीं राहुल गांधी भी मेवात के नुहू में रैली करेंगे.

बता दें, दोनों नेताओं के बीच ये चुनावी दंगल रविवार को महाराष्ट्र से शुरू हुआ जहां पीएम मोदी ने जलगांव और बांद्रा के साकोली में रैली की तो वहीं राहुल गांधी ने मुंबई के कांदिवली विधानसभा क्षेत्र जनसभा को संबोधित किया. पीएम मोदी और राहुल गांधी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह भी हरियाणा में कई जनसभाओं को संबोधित करेंगे. इस दौरान वह फतेहाबाद, सिरसा और हिसार में रैली ककरेंगे.

यह भी पढ़ें: हमेशा से रहे हैं बीजेपी-शिवसेना के बीच मतभेद, कई मुद्दों पर नजरिए अलग- आदित्य ठाकरे

बता दें, 21 अक्‍टूबर को महाराष्ट्र और हरियाणा में वोट डाले जाएंगे और 24 को इसके नतीजे तय करेंगे कि इस बार दीवाली किसकी मनेगी. महाराष्ट्र में 288 और हरियाणा विधानसभा (Haryana Election 2019) में 90 सीटें हैं. महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी-शिवसेना की गठबंधन सरकार है. वहीं हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार है.

यह भी पढ़ें: राफेल इनको चुभ रहा है, इसलिए राजनाथ सिंह को फ्रांस जाना पड़ा; बोले राहुल गांधी

अगर दोनों राज्‍यों में हो रहे चुनाव की बात करें तो अनुच्छेद 370 और तीन तलाक खत्म करने के फैसले के बाद मोदी सरकार 2.0 की पहली परीक्षा होगी. दोनों राज्यों में इस बार स्थानीय मुद्दों पर कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का मुद्दा ज्‍यादा भारी नजर आ रहा है. महाराष्‍ट्र के विदर्भ में सूखा और किसान आत्महत्या, मध्य महाराष्ट्र में बाढ़, मराठा आरक्षण जैसे मुद्दों को विपक्ष इस चुनाव में भुनाने की कोशिश करेगा, वहीं बीजेपी 370 और तीन तलाक के जरिए विपक्ष की धार को कुंद करने की कोशिश करेगी.