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Slovakia ने सभी 13 मिग-29 यूक्रेन को सौंपे, पड़ोसी ने निभाया वादा

Slovakia hands over all 13 promised MiG-29 Fighter Jets to Ukraine : रूसी हमले के खिलाफ एकजुट हुए नेटो के सदस्य यूक्रेन को लगातार हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं. इस बीच, यूक्रेनी एयरफोर्स को मजबूत करने के लिए स्लोवाकिया ने वादा किया था कि वो उसके पास पड़े सभी मिग-29 फाइटर जेट्स यूक्रेन को सौंपना चाहता है, ताकि यूक्रेनी पायलट...

Updated on: 17 Apr 2023, 10:47 PM

highlights

  • स्लोवाकिया ने सौंपे अपने मिग-29 जेट
  • रूस की एयरफोर्स भी करती है मिग-29 का इस्तेमाल
  • स्लोवाकिया के पास बिना काम के पड़े थे जेट

नई दिल्ली:

Slovakia hands over all 13 promised MiG-29 Fighter Jets to Ukraine : रूसी हमले के खिलाफ एकजुट हुए नेटो के सदस्य यूक्रेन को लगातार हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं. इस बीच, यूक्रेनी एयरफोर्स को मजबूत करने के लिए स्लोवाकिया ने वादा किया था कि वो उसके पास पड़े सभी मिग-29 फाइटर जेट्स यूक्रेन को सौंपना चाहता है, ताकि यूक्रेनी पायलट रूसी हमले का डटकर सामना कर सकें और रूस को वापस खदेड़ सकें. अब उसने अपना वादा पूरा कर दिया है और अपने सभी 13 मिग-29 फाइटर जेट्स यूक्रेन को सौंप दिये.

सोवियत संघ के जमाने का दमदार फाइटर जेट

चूंकि मिग-29 फाइटर जेट्स सोवियत संघ के जमाने के हैं, इसलिए इनका इस्तेमाल सोवियत संघ से विघटित हुए सभी 15 देशों के अलावा सोवियत संघ के ईस्टर्न ब्लॉक के सदस्य देश भी करते थे. ऐसे में अपनी आजादी के समय उसे चेकोस्लोवाकिया से ये जेट मिले थे. जो अब उसने यूक्रेन को सौंप दिये हैं. स्लोवाकिया ने आरोप लगाया था कि उसने इन मिग की देखरेख के लिए रूसी इंजीनियरों को रखा था, लेकिन उन्होंने इसके महत्वपूर्ण हिस्से निकाल लिये. लेकिन यूक्रेन के पास इन जेट को चलाने वाले पुराने पायलट भी हैं और उसके पास इसके कलपुर्जे भी हैं. ऐसे में वो मिग-29 की मरम्मत कर इनका बेहतर उपयोग कर सकता है.

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यूक्रेन का पड़ोसी है स्लोवाकिया

बता दें कि यूक्रेन का पड़ोसी देश होने के नाते स्लोवाकिया उसकी मदद कर रहा है. वो नेटो का हिस्सा पहले से है. कभी वो सोवियत संघ के करीबी देशों में गिने जाने वाले चेकोस्लोवाकिया का हिस्सा हुआ करता था. लेकिन साल 1993 में चेकोस्लोवाकिया के विघटन के बाद वो कम्युनिष्ट लॉबी से निकला और उसने प्रगतिशील पश्चिमी देशों का साथ पकड़ा. आज स्लोवाकिया आबादी के लिहाज से सबसे ज्यादा कारों का उत्पादन करता है और एक विकसित देश है. वो ईयू का सदस्य है और उसकी मुद्रा यूरो है.