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अरुंधति राय के कश्‍मीर विरोधी बयान को भारत के खिलाफ इस्‍तेमाल कर रहा पाकिस्‍तान, देखें सबूत

भारत विरोधी अपने बयानों से चर्चा में रहने वालीं मशहूर लेखिका अरुंधति राय को आज पाकिस्‍तान ढाल बना रहा है.

Updated on: 06 Aug 2019, 08:26 PM

नई दिल्‍ली:

भारत विरोधी अपने बयानों से चर्चा में रहने वालीं मशहूर लेखिका अरुंधति राय को आज पाकिस्‍तान (Pakistan) ढाल बना रहा है. जम्‍मू-कश्‍मीर से धारा 370 (Article 370) और 35A (Article 35A)को हटाने के बाद से पाकिस्‍तान (Pakistan) बौखलाया हुआ है. सोमवार को जब गृहमंत्री अमित शाह ने जम्‍मू और कश्‍मीर को धारा 370 (Article 370) और 35A (Article 35A) के चंगुल से राज्‍य सभा में मुक्‍त करने की घोषणा की उसके बाद से ही पाकिस्‍तान (Pakistan) चिढ़ा हुआ है. पाकिस्‍तान (Pakistan) की सरकार ने अपने ट्वीटर हैंडल Govt of Pakistan @pid_gov पर एक वीडियो पोस्‍ट किया है जिसमें भारत विरोधी तस्‍वीरों के साथ ही अरुंधती राय की तस्‍वीर लगाई है. इस तस्‍वीर के ऊपर  अंग्रेजी अखबार The Hindu की एक हेडिंग लगाई गई है, जो राय के एक बयान के रूप में है. अरुंधती राय ने कहा था कि कश्‍मीर भारत का अभिन्‍न अंग नहीं है.

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पाकिस्‍तान (Pakistan) उनके इसी कोट को कोट करते हुए वीडियो को पोस्‍ट किया है. बता दें अरुंधती राय को 20 साल पहले उनके पहले उपन्यास 'द गॉड ऑफ़ स्मॉल थिंग्स' को मैन बुकर पुरस्कार मिला था. उन्होंने एक बार मज़ाक में कहा था, 'मैं बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली एरोबिक्स इंस्ट्रक्टर थी.' तब से इस किताब की 40 से ज़्यादा भाषाओं में 80 लाख प्रतियां बिक चुकी हैं, जिसकी रॉयल्टी से वह दक्षिण दिल्ली के एक शांत और पॉश इलाक़े में रह रही हैं.

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अरुंधति राय अक्‍सर भारत विरोधी बयानों से चर्चा में रहती हैं. साल 2010 में रुंधति रॉय और हुर्रियत पसंद अलवगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी पर कश्मीर-माओवादियों के पक्ष में एक बयान देने की वजह से देशद्रोह के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था.

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इसके अरुधंति राय ने एक तमिल पुस्तक के विमोचन पर कहा कि ‘भारतीय सेना कश्मीर, नगालैंड, मिजोरम वगैरह में अपने लोगों पर अत्याचार करती रही है.' वह छत्‍तीसगढ़ में नक्‍सलियों के भी समर्थक हैं.

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बता दें  जम्‍मू कश्‍मीर में धारा 370 (Article 370) हटने के बाद पाकिस्‍तान (Pakistan) बेचैन है. पाक की ओर से लगातार ऊलजुलूल बयानबाजी की जा रही है. अब पाकिस्‍तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि जम्‍मू कश्‍मीर के मुद्दे को संयुक्‍त राष्‍ट्र ले जाएंगे. इमरान ने यह बात संसद के संयुक्‍त सत्र को सम्‍बोधित करते हुए यह बात कही.

इससे पहले पाकिस्‍तान (Pakistan) अपने मित्र देशों से मदद की गुहार लगा चुका है, लेकिन कोई भी देश पाकिस्‍तान (Pakistan) के साथ नहीं आया. पूरे मामले में पाकिस्‍तान (Pakistan) अलग थलग पड़ चुका है. सोमवार को धारा 370 (Article 370) हटने के बाद पाकिस्‍तान (Pakistan) के विदेश मंत्री ने कहा था कि जम्‍मू कश्‍मीर अंतरराष्‍ट्रीय तौर पर विवादित क्षेत्र है. इसका एक पक्ष होने के नाते पाकिस्‍तान (Pakistan) इस कदम का विरोध करेगा. हालांकि, धारा हटे दो दिन का वक्‍त हो चुका है, लेकिन चीन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

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वहीं दूसरी ओर अमेरिका ने इस भारत का अंतरिक मामला माना है. यूएस विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मोर्गन ओर्टागस ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर के घटनाक्रमों पर करीब से नजर रखे हैं. उन्होंने दोनों पक्षों से सीमा पर शांति बनाए रखने की अपील की.जहां एक ओर चीन ने पाकिस्‍तान (Pakistan) का साथ छोड़ दिया है, वहीं तुर्की पाक साथ खड़ा होते दिख रहा है. पाकिस्‍तान (Pakistan) के अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार पाकिस्‍तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोगान को सोमवार को फोन कर मदद मांगी और उन्होंने भारतीय अधिकृत कश्मीर में बदलते हालातों पर मदद देने का भरोसा जताया.